पटना: सुशांत सिंह राजपूत खुदकुशी मामला में अब बिहार सरकार भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. अधिवक्ता केशव मोहन ने बताया कि बिहार सरकार ने रिया के उस अनुरोध का विरोध किया है, जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ पटना में दर्ज एफआईआर को मुंबई ट्रांसफर करने को कहा है.


मशहूर वकील और पूर्व एटॉर्नी जेनरल मुकुल रोहतगी सुप्रीम कोर्ट में बिहार सरकार का पक्ष रखेंगे. इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत के परिवार वालों के कहने पर वह इस केस को सीबीआई को सौंपने के लिए सिफारिश कर सकते हैं.


वहीं सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने भी गुरुवार को को एक कैविएट (अर्जी) दायर की, ताकि इस मामले में कोई भी आदेश देने से पहले न्यायालय उनका भी पक्ष सुने.  राजपूत के पिता के के सिंह ने वकील नितिन सलूजा के माध्यम से न्यायालय में दायर कैविएट में कहा है कि इस मामले में उन्हें नोटिस दिये बगैर कुछ भी नहीं किया जाए.


दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने बुधवार को कहा था कि रिया चक्रवती द्वारा पटना में दर्ज एफआईआर के ट्रांसफर के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने से संकेत मिलता है कि मुंबई पुलिस में कोई उनकी मदद कर रहा है.


बता दें बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने बुधवार को याचिका दायर कर उनके खिलाफ पटना में दर्फ एफआईआर को मुंबई ट्रांसफर करने और बिहार पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर रोक लगाने की सुप्रीम कोर्ट से अपील की


गौरतलब है कि दिवंगत अभिनेता के पिता केके सिंह ने पटना शहर के राजीव नगर थाना में आईपीसी की धारा 306, 341, 342, 380, 406 और 420 के तहत उक्त प्राथमिकी दर्ज कराई है.  राजीव नगर पुलिस स्टेशन के अतिरिक्त थाना अध्यक्ष जोगेंद्र कुमार ने मंगलवार को बताया, "सुशांत सिंह के पिता केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के सदस्यों समेत छह लोगों के खिलाफ 25 जुलाई करे उक्त प्राथमिकी दर्ज करायी है."


चौंतीस वर्षीय सुशांत का शव मुंबई के उपनगर बांद्रा में 14 जून को अपने अपार्टमेन्ट में छत से लटका मिला था. इसके बाद से ही मुंबई पुलिस विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रख कर इस मामले की जांच कर रही है.


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