वाराणसी: राम मंदिर शिलान्यास समारोह में भाग लेने के लिए काशी विद्वत परिषद के दल ने सोमवार को वाराणसी से अयोध्या के लिए प्रस्थान किया. काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री डॉ. उत्तम ओझा ने बताया, ”पांच अगस्त को प्रस्तावित शिलान्यास समारोह में हिस्सा लेने काशी विद्वत परिषद के तीन सदस्यीय दल ने परिषद के मंत्री पंडित राम नारायण द्विवेदी के नेतृत्व में अयोध्या के लिये प्रस्थान किया.”


द्विवेदी ने कहा कि काशी विद्वत परिषद की देखरेख में ही शिलान्यास की संपूर्ण प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी. दल के रवाना होने से पूर्व ओझा ने श्री संकटमोचन मंदिर के मुख्य द्वार पर उन्हें रामलला के निर्माण में काशी से एक ईंट प्रदान की. उन्होंने बताया कि भगवान राम का कोई भी कार्य हनुमान जी के बिना हो पाना संभव नहीं है. इसलिए प्रस्थान के लिए संकटमोचन मन्दिर का स्थान चुना गया.


ओझा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहले अयोध्या में हनुमानगढ़ी जाएंगे, हनुमान जी का दर्शन करेंगे फिर भगवान राम के प्रस्तावित मंदिर का शिलान्यास करेंगे.


इस अवसर पर प्रख्यात ज्योतिष आचार्य पंडित रामचंद्र पांडे ने बताया कि जिस काल में भगवान राम के मन्दिर का शिलान्यास हो रहा है उस काल में अभिजीत मुहूर्त है. अभिजीत मुहूर्त के मध्यान्ह काल में भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था. इसलिए इस समय को चुना गया जो कि ज्योतिष की दृष्टि से बिल्कुल उपयुक्त है.


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