अगरतला: त्रिपुरा में एक स्वास्थ्य केंद्र पर लापरवाही का मामला सामने आया है. जिसके चलते 10 महीने के बच्चे की हालत बिगड़ गई और उसे इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा. मामला सामने आने के बाद एक आशा कार्यकर्ता के खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज की है.
स्वास्थ्य केंद्र पर भारी लापरवाही उजागर
बुधवार को उनकोटि जिले के सोनमुरा गांव में स्वास्थ्य केंद्र पर बच्चे को पोलियो का टीका लगाने के लिए लाया गया था. जहां उसे सेनिटाइजर मिला हुआ पानी पीने के लिए दिया गया. पानी पीने के बाद बच्चा बीमार पड़ गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि बच्चे का इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है. कुमारघाट पुलिस थाना प्रभारी प्रद्योत दत्ता ने बताया कि मामले में एक आशा कार्यकर्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. पोलियो अपंग करनेवाली और संक्रामक बीमारी है.
बच्चे को सेनेटाइनर मिला पानी पिलाया
यह बीमारी पोलियो नामक वायरस के कारण होती है. वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए पोलियो का टीका दुनिया के ज्यादातर बच्चों को हर साल लगाया जाता है. पोलियो का टीका वायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है. नियमित टीका कार्यक्रम के तहत बच्चों को पोलियो की चार खुराक दी जाती है. पहली खुराक दो महीने की उम्र में दी जाती है जबकि दूसरी खुराक चार महीने की उम्र में इस्तेमाल की जाती है. 6-8 महीनों के बीच में पोलियो की तीसरी खुराक और 4-6 साल की उम्र में चौथी खुराक बच्चों को दी जाती है. अस्पताल या नर्सिंग होम में बच्चों के पैदा होने के साथ ही पोलियो की दवा दे दी जाती है.
राजस्थान के बीकानेर में महसूस हुए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर इतनी थी तीव्रता
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक, वेंटिलेटर पर रखा गया है