सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जिले के महमूदाबाद बीआरसी कार्यालय में सरकारी स्कूलों के बच्चों को बांटने के लिये भेजी गई किताबें और अन्य सामग्री कूड़े की तरह जमीन पर पड़ी हुई मिलीं. जब इसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, तब जाकर अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू की. आनन-फानन में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार बीआरसी कार्यालय पहुंचे और जांच शुरू की. ये किताबें विगत सत्रों की बताई जा रही हैं. बीएसए ने इस बारे में खण्ड शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब किया है.
सर्व शिक्षा अभियान के तहत भेजा गया था सामान
सरकार के सर्व शिक्षा अभियान के तहत हर साल शासन द्वारा स्कूली बच्चों को बांटने के लिये किताबें, जूते-मोजे और अन्य पढ़ाई की सामग्री बीआरसी कार्यालयों पर भेजी जाती है. यहां से स्कूलों में पहुंचाकर उनका वितरण किया जाता है. शनिवार सुबह बीआरसी कार्यालय के कमरों में किताबें जमीन पर कूड़े की तरह पड़ी मिलीं. किताबो के बण्डल धूल से सने हुए थे.
कई वर्षों से किताबें पड़ी होने की आशंका
बताया जा रहा है विगत कई सालों से अधिकांश किताबें बीआरसी पर ही पड़ी हैं, जो विद्यालयों तक पहुंची ही नहीं. इस मामले पर सूचना मिलते ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजीत कुमार, एसडीएम सुरेश कुमार, तहसीलदार अशोक कुमार मौके पर पहुंचे और कमरों में बण्डल खुलवाकर किताबें की जांच शुरू की.
क्या बोले बेसिक शिक्षा अधिकारी
बेसिक शिक्षा अधिकारी अजीत कुमार ने बताया कि अधिकतर किताबें विगत सत्रों 17-18 और 18-19 की हैं. किन कारणों से इन किताबों का वितरण नहीं हो सका है इसके लिये खण्ड शिक्षा अधिकारी से जवाब तलब किया गया है. पूरे मामले की जांच करने के बाद कार्यवाही की जायेगी.