मुजफ्फरनगर. यूपी के मुजफ्फरनगर में लगभग 10 साल के अंकित की एक फोटो इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई है. ये फोटो अंकित और उसके कुत्ते 'डैनी' की है. फोटो देखकर ही आप समझ सकते हैं कि इन दोनों की दोस्ती कितनी गहरी है. दोनों खुले आसमान के नीचे एक ही कंबल में सो रहे हैं. इस फोटो के वायरल होने के बाद अंकित को ढूंढ निकाला गया है. फिलहाल वो पुलिस की देखरेख में रह रहा है.
अंकित की उम्र में बच्चों के हाथों में किताबें होती हैं, लेकिन उसके हाथ में चाय का गिलास और केतली है. अंकित गुब्बारे बेचकर या चाय की दुकान पर काम कर अपना गुजारा करता है. अंकित की मां उसे बचपन में ही छोड़कर चली गई और उसका पिता जेल में है. छोटी सी उम्र में ही जिम्मेदारी के बोझ में दबा अंकित को खुद ही दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना पड़ रहा है. अंकित फुटपाथ पर डैनी के साथ ही सोता है. डैनी भी उसका साथ नहीं छोड़ता. दोनों हर जगह साथ में ही रहते हैं. अंकित भी डैनी का ख्याल रखता है.
"मुफ्त में कुछ भी नहीं लेता अंकित"
अंकित जिस चाय की दुकान पर काम करता है, उसके मालिक ने बताया कि अंकित स्वाभिमानी बच्चा है. वो कहते हैं, "अंकित मुफ्त में कुछ भी नहीं लेता. यहां तक कि अपने कुत्ते के लिए दूध भी वो मुफ्त में नहीं लेता. वो बहुत स्वाभिमानी है. अंकित और उसके कुत्ते के बीच बहुत लगाव है. डैनी उसे अकेला नहीं छोड़ता. अंकित जब तक दुकान में काम करता है, तब तक डैनी एक कोने में ही बैठा रहता है."
एसएसपी ने दिया था ढूंढने का आदेश
अंकित और उसके कुत्ते की एक ही कंबल में सोने वाली फोटो इस महीने की शुरुआत में वायरल हो गई थी. जिले के एसएसपी अभिषेक यादव ने स्थानीय प्रशासन को बच्चे को ढूंढने का आदेश दिया था. अंकित को बाद में ढूंढ लिया गया, फिलहाल वो पुलिस की देखरेख में रह रहा है.
एसएसपी ने बताया, "अभी वो मुजफ्फरनगर पुलिस की देखरेख में रह रहा है. हम उसके रिश्तेदारों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. अंकित की तस्वीरें आस-पास के जिलों के विभिन्न पुलिस थानों में भेजी गई हैं. हमने जिला महिला एवं बाल कल्याण विभाग को भी सूचित किया है."
"प्राइवेट स्कूल में पढ़ेगा अंकित"
शहर कोतवाली के स्टेशन हाउस ऑफिसर अनिल कापरवान ने कहा कि अंकित शीला देवी नाम की महिला के साथ रहेगा. शीला अंकित की परिचित है और वो उसे "बी" कहकर पुकारता है. उन्होंने कहा कि जब तक उसके परिवार का पता नहीं चल जाता तब तक वो प्राइवेट स्कूल में पढ़ेगा. वहीं, स्कूल के प्रबंधन ने अंकित को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के लिए पुलिस के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है.
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