EXCLUSIVE: आगरा में प्रशासन की बड़ी लापरवाही, ठंड और भूख से सैकड़ों गौवंश की मौत
गौवंश के रखरखाव के लिये उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रखे हैं। लेकिन इसके बावजूद जमीनी हकीकत कुछ और ही है। कड़ाके की ठंड के चलते आगरा की गौशाला में तकरीबर 100 गायों की मौत हो गई है
आगरा, एबीपी गंगा। गौवंश को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संवेदनशीलता सभी को पता है लेकिन अधिकारियों की लापरवाही कम नहीं हो रही है। आगरा से बड़ी खबर सामने आई है। शहर गौवंशों की कब्रगाह बन गया है। आगरा की गौशाला नंदीशाला में दर्जनों गौवंश की रोजाना मौत हो रही है। आगरा के बाईंपुर नन्दीशाला में आज 30 से ज्यादा गौवंशों की मौत हो गई। इस तरह बीते बीते एक सप्ताह में 100 से ज्यादा गौवंशों की मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक आगरा की बाईंपुर गौशाला में बेसहारा गौवंश के लिए ठंड से बचने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। चारे और भयंकर ठंड की वजह से गौवंश दम तोड़ रही हैं। संवेदनहीनता ये है कि अधिकारी खुद का रूम हीटर और अलाव के जरिये में सर्दी से बचाव कर रहे हैं लेकिन बेज़ुबानों के लिए टाट का भी इंतजाम नहीं है।
आपको बता दें कि आगरा के बाईंपुर में एक नंदीशाला और दो गौशाला हैं, लेकिन कब्रगाह बने इन आश्रय स्थलों में जब एबीपी गंगा की टीम पहुंची, तो भयंकर मंजर नजर आया। हालात बहुत बुरे थे। बेसहारा जानवरों के लिए ना खाने का इंतजाम है और ना ही ठंड से बचाव के लिए कोई भी इंतजाम। हाल ये था कि दर्जनों गौवंश की मौत हो गई और उससे ज्यादा कई गौवंश आख़िरी सांस ले रहे थे।
गौशाला में मौजूद लोगों ने बताया कि गौशाला में कोई अधिकारी नहीं आता, गौवंशों की मौत का आंकड़ा कम करके दिखाया जाता है। चारे को कर्मचारी गांव की दुकानों पर बेच रहे हैं। अंदर ही गड्ढा खोदकर जानवरों को दफनाया जा रहा है। कुल मिलाकर गौसेवक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में गौवंश सर्दी में दम तोड़ रहे है और मेयर से लेकर अधिकारी कमरों में बैठकर हीटर के ज़रिए अपना बचाव कर रहे हैं।
एबीपी गंगा की खबर का असर
एबीपी गंगा की इस खबर से जिले में हड़कंप मच गया है। कमिश्नर अनिल कुमार के निर्देश पर नगर आयुक्त, एसडीएम सदर समेत कई अधिकारी बाईंपुर गौशाला पहुंचे। आगरा की बाईंपुर नंदीशाला में ठंड और भूख से दर्जनों गौवंश की मौत की खबर जैसे ही चली, प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। सुबह जहां पूरे परिसर में मृत गौवंशों का अंबार था, कुछ घंटों के भीतर ही वहां मृत गौवंश को दफनाने भेज दिया गया। जेसीबी की मशीन से गोबर इकट्ठा किया जा रहा था। जानवरों के लिए चारे की व्यवस्था कर दी गई है। ठंड से ठिठुर रहे गौवंश के पास अलाव की व्यवस्था कर दी गयी। मौके पर जिलाधिकारी, नगर आयुक्त समेत प्रशासनिक अधिकारियों का जमावड़ा था।
बांदा में 25 गायों की मौतउत्तर प्रदेश में बांदा जिले की पैलानी तहसील की खप्टिहाकलां गांव की गौशाला में कथित तौर पर भूख और ठंड से 25 गायें मृत मिली हैं। यह खुलासा रविवार को उपजिलाधिकारी (एसडीएम) के निरीक्षण में हुआ है। पैलानी तहसील के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) मंसूर अहमद ने सोमवार को बताया कि उन्होंने रविवार को खप्टिहाकलां गांव में एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) द्वारा संचालित गौशाला का निरीक्षण किया, जिसमें प्रथम दृष्ट्या भूख और ठंड से दो दिन के भीतर 25 गायों की मौत की पुष्टि हुई है।
उन्होंने बताया, "गौशाला में सभी मृत गायों के शव पड़े थे, जिन्हें कुत्ते नोंचकर खा रहे थे। करीब एक दर्जन गायें बीमार हैं, जिनका इलाज भी नहीं किया जा रहा है। गायों को खाने के लिए सिर्फ सूखा पुआल दिया गया था और ठंड से बचाव के भी कोई इंतजाम नहीं हैं।"