आजमगढ़: होनहार बिरवान के होत चिकने पात. आजमगढ़ की बेटी जिया राय पर ये कहावत बिल्कुल सटीक बैठ रही है. 12 वर्षीय दिव्यांग जिया ने अरब सागर को ही नाप लिया. 36 किलोमीटर की दूरी को 8 घंटे 36 मिनट में पूरा कर एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है.
पहले भी बना चुकी है कीर्तिमान
दिव्यांग जिया जो स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर से ग्रसित हैं, पैदा होते ही कुछ अलग दिखने लगी. जिया को मुंबई में नेवी में तैनात पिता का आगे बढ़ने में भरपूर सहयोग मिला. ऐसा पहली बार नहीं है कि जिया ने ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया हो, पिछले वर्ष जब जिया मात्र 11 वर्ष की थी, तब उस समय जिया ने 14 किलोमीटर की दूरी 3 घंटे 27 मिनट में पूरी कर विश्व कीर्तिमान स्थापित कर चुकी हैं. जिया ने एक नया स्लोगन दे दिया है. पढ़े बेटियां, बढे बेटियां और कीर्तिमान स्थापित करें बेटियां. जिया के इस कीर्तिमान से पूरा परिवार, पूरा गांव खुश है और ये मानने लगा है कि लड़कियों को हर क्षेत्र में अपना परचम लहराना चाहिए.
समंदर की सबसे तेज तैराक
जनपद आजमगढ़ के सगड़ी तहसील स्थित कटाई अलीमुद्दीनपुर के मूल निवासी मदन राय अपनी पत्नी और बेटी जिया राय के साथ दक्षिण मुंबई के कोलाबा में रहते हैं. इतनी छोटी सी उम्र में तैराकी कर एक नई मिशाल पेश की है. जिया ने अभी 2 दिन पूर्व वरली सी लिंक से गेटवे ऑफ इंडिया तक की तैराकी सुबह 3:50 बजे शुरू कर 12:30 बजे समाप्त की. यह प्रतियोगिता महाराष्ट्र तैराकी संघ द्वारा आयोजित की गई थी. इससे पूर्व जिया 15 फरवरी को 2020 में एलिफैंटा द्वीप से गेटवे ऑफ इंडिया के बीच 14 किमी की दूरी मात्र 3 घंटे 27 मिनट में तय कर विश्व रिकॉर्ड बना चुकी है. जिया समुद्र में 14 किमी की दूरी तय करने वाली सबसे कम उम्र की सबसे तेज तैराक मानी जाती हैं. वहीं, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जिया राय का नाम दर्ज है. जिया राय के पिता नौसेना में अफसर हैं, जबकि मां केंद्रीय स्कूल में अध्यापक हैं.
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