लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले करीब तीन साल के दौरान पुलिस मुठभेड़ में 122 अपराधी मारे गए हैं जबकि 13 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने पीटीआई को बताया कि 20 मार्च 2017 से 10 जुलाई 2020 के बीच 6126 मुठभेड़ों में पुलिस ने 122 अपराधियों को मार गिराया जबकि, 13 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं. प्रशांत कुमार ने बताया कि कुल 13361 अपराधी गिरफ्तार हुए जबकि 2296 अपराधी मुठभेड़ के दौरान में जख्मी हुए हैं. इन मुठभेड़ों में 909 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.
कानपुर में 2-3 जुलाई की रात कुख्यात अपराधी विकास दुबे के यहां दबिश देने गए पुलिस दल पर घात लगाकर किए गए हमले में आठ पुलिसकर्मी मारे गए गए थे. कुमार ने बताया कि कानपुर हमले में 21 नामजद आरोपी थे, जिनमें से दुबे सहित छह को पुलिस ने मार गिराया जबकि चार को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि बाकी 11 आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है. दुबे को पुलिस ने 10 जुलाई को मार गिराया था.
प्रशांत कुमार ने बताया कि राज्य में एक जनवरी 2020 से 15 जून 2020 के बीच लूट की 579 वारदात हुईं जो 2019 की समान अवधि के मुकाबले 44.17 फीसदी कम है. इसी समय में डकैती की 33 वारदातों हुईं जो 2019 की समान अवधि के मुकाबले 37.74 फीसदी कम है. उन्होंने बताया कि इस साल दहेज हत्या के 1,019 और दुष्कर्म के 913 मामले सामने आए हैं. आकड़ों के मुताबिक ऐसे मामलों में 6.34 प्रतिशत और 25.41 प्रतिशत की कमी आई है.
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