लखनऊ ,एबीपी गंगा। लोकसभा चुनाव 2019 अपने छठे चरण में पहुंच चुका है और इस दौर में सात राज्यों की 59 सीटों पर मतदान है। इनमें उत्तर प्रदेश की 14 सीटें भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा की 10, तीन राज्यों बिहार, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश में आठ-आठ सीटें दिल्ली की सात सीट और झारखंड की चार सीटें शामिल हैं। छठे चरण के लिए सुबह 7 बजे मतदान शुरू होकर शाम 6 बजे खत्म होगा। इस दौर में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी समेत कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर है।

यूपी की 14 सीटों के लिए दिग्गजों का इम्तिहान

उत्तर प्रदेश में इस दौर के लिए कई बड़े नेताओं की किस्मत दांव पर लगी है। प्रदेश के 14 संसदीय क्षेत्रों में 12 मई (आज) को होने वाले मतदान में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, मुकुट बिहारी वर्मा, जगदंबिका पाल, रमाकांत यादव और संजय सिंह जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।

आजमगढ़ से चुनावी मैदान में अखिलेश

अखिलेश आजमगढ़ से चुनावी मैदान में हैं। पिछली बार सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव इस लोकसभा सीट से चुनाव जीते थे। हालांकि इस बार सियासी समीकरण काफी बदल गए हैं। बीजेपी से मोर्चा लेने के लिए सपा-बसपा-रालोद ने गठबंधन बनाया है। ये बड़ी चुनौती पेश कर सकता है। सपा से सीट छीनने के लिए बीजेपी ने भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता दिनेश यादव निरहुआ को मैदान में उतारा है।

सुल्तानपुर से मेनका मैदान में

वहीं, सुल्तानपुर से वरुण गांधी सांसद हैं, लेकिन उन्होंने अपनी मां मेनका गांधी से सीटों की अदला-बदली की है। वरुण पीलीभीत से उतरे और मेनका सुल्तानपुर से चुनाव लड़ रही हैं। बसपा ने चंद्रभद्र सिंह सोनू को गठबंधन प्रत्याशी बनाया है।

प्रमुख सीटों का समीकरण


आजमगढ़ का सियासी रण

आजमगढ़ सीट से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव महागठबंधन के प्रत्याशी हैं। जबकि भाजपा की तरफ से भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ ताल ठोंक रहे हैं। इस सीट से 2014 में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव सांसद निर्वाचित हुए थे। इस बार उनके बेटे अखिलेश यादव इस सीट से मैदान में उतरे हैं।


सुल्तानपुर का रण

सुल्तानपुर लोकसभा सीट से वरुण गांधी सांसद हैं लेकिन, उन्होंने अपनी मां मेनका गांधी से सीटों की अदला बदली की है। वरुण पीलीभीत से और मेनका सुलतानपुर से चुनाव लड़ रही हैं। बसपा ने चंद्रभद्र सिंह सोनू को गठबंधन प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने पूर्व सांसद डॉ. संजय सिंह को उतार कर यहां मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।


इलाहाबाद

इलाहाबाद सीट से सांसद श्यामाचरण शुक्ल भाजपा से बगावत कर चुके हैं। उनके स्थान पर भाजपा ने योगी सरकार में मंत्री रीता बहुगुणा जोशी को मैदान में उतारा है। कभी कांग्रेस का गढ़ रहे इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया है। कुंभ के दौरान हुए विकास का श्रेय भी भाजपा लेेने की कोशिश करेगी। इस सीट पर गठबंधन ने पिछड़ा कार्ड चलते हुए सपा के राजेेंद्र सिंह पटेल को टिकट दिया है। कांग्रेस के योगेश शुक्ला मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में है।


इन दिग्गजों की भी साख का होगा फैसला 


भोपाल में साध्वी Vs दिग्विजय


यूपी से इतर बात की जाए, तो इस चरण में मध्यप्रदेश की चर्चित भोपाल सीट पर भी मतदान है। जहां कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारा है, तो वहीं बीजेपी की ओर से मालेगांव बम धमाके की आरोपित साध्वी प्रज्ञा ठाकुर मैदान में हैं। इस दौर में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाग्य का फैसला होगा। सिंधिया राजघराने का गढ़ मानी जाने वाली गुना लोकसभा सीट पर चुनाव जीतना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है।


दिल्ली की चुनावी जंग को इन प्रत्याशियों ने बनाया हॉट


वहीं, राजधानी दिल्ली में बीजेपी, कांग्रेस और आप के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। यहां उत्तर- पूर्वी दिल्ली में कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी और आप के पूर्व संयोजक दिलीप पांडेय आमने-सामने हैं। नई दिल्ली सीट पर वर्तमान सांसद मीनाक्षी लेखी, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन और आप के बृजेश गोयल के बीच मुकाबला है। चांदनी चौक से मैदान में केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन हैं। दक्षिणी दिल्ली के वर्तमान बीजेपी सांसद रमेश बिधुड़ी के सामने कांग्रेस ने ओलंपियन मुक्केबाज विजेंदर सिंह को उतारा है। वहीं, आप ने राघव चड्ढा पर दांव चला है। पूर्वी दिल्ली का मुकाबला काफी दिलचस्प है, जहां बीजेपी प्रत्याशी पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर के खिलाफ मैदान में आप ने आतिशी और कांग्रेस ने अरविंदर सिंह लवली को उतारा है। उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र में भाजपा ने अपने वर्तमान सांसद उदितराज का टिकट काटकर सूफी गायब हंसराज हंस को मैदान में उतारा है।