लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आई बाढ़ से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. इस वक्त राज्य के 16 जिलों के 838 गांव सैलाब से प्रभावित हैं. प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में आई बाढ़ के कारण हुए हादसों में अब तक 14 लोगों की मौत होने की सूचना है.
राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि, ''वर्तमान में प्रदेश के 16 जिलों...आंबेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, बदायूं, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, देवरिया, संतकबीरनगर और सीतापुर के 838 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं''
अनिल राजभर ने बताया कि पलिया कला (लखीमपुरखीरी) में शारदा नदी जबकि तुर्तीपार (बलिया), एल्गिनब्रिज और अयोध्या में सरयू (घाघरा) नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बाढ़ राहत कार्य सरकार की उच्च प्राथमिकताओं में शामिल है, इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं है.
राजभर ने बताया कि, ''मुख्यमंत्री ने जल बहाव के कटान से प्रभावित जमीन के पास स्थित स्कूल या पंचायत भवन को राहत शिविर में तब्दील नहीं करने को कहा है. बाढ़ प्रभावित जिलों में पशुओं के चारे-भूसे की उचित व्यवस्था और उनका टीकाकरण समय पर करने को कहा गया है.''
बाढ़ की स्थिति से अवगत कराते हुए मंत्री ने बताया कि फिलहाल प्रदेश के सभी तटबंध सुरक्षित हैं, कहीं भी हालात चिंताजनक नहीं हैं. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत और बचाव के लिए कुल 22 टीमें (एनडीआरएफ की 15 और एसडीआरएफ व पीएसी की सात) तैनात की गई हैं. राजभर ने बताया कि 1,176 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाई गई हैं.
मंत्री ने बताया कि, ''बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट दिया जा रहा है. एक किट में 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, पांच किलो लाई (मुरमुरा), दो किलो भूना चना, दो किलो अरहर की दाल, 500 ग्राम नमक, 250 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम मिर्च, 250 ग्राम धनिया, पांच लीटर मिट्टी का तेल, एक पैकेट मोमबत्ती, एक पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, एक लीटर रिफाइन्ड तेल, क्लोरीन के 100 टेबलेट और नहाने के दो साबुन शामिल हैं.'' अब तक 90,372 खाद्यान्न किट और 2,05,917 मीटर तिरपाल का वितरण किया गया है. उन्होंने बताया कि 267 मेडिकल टीमें भी लगाई गई हैं.
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