शामली, एबीपी गंगा। जनपद शामली पुलिस ने 15 जमातियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 12 विदेशी शामिल हैं। पुलिस ने एक माह पूर्व इन पर वीजा उल्लंघन और महामारी अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। यह सभी जमाती बिना पुलिस और एलआईयू विभाग को सूचना दिए शामली में रह रहे थे और टूरिस्ट वीजा लेकर शामली पहुंचे थे लेकिन धार्मिक प्रचार कर रहे थे जबकि तीन लोग असम के रहने वाले थे। सोमवार को इनकी क्वॉरेंटाइन सीमा अवधि पूरी होने के बाद 15 जमातियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
दरअसल आपको बता दें कि पूरा मामला जनपद शामली के थाना भवन थाना क्षेत्र का है जहां पर 15 लोगों की जमात गांव भैसानी इस्लामपुर की मक्का मस्जिद में बाहर से आकर कुछ जमाती रुके हुए थे। जिनमें कि 12 जमाती बांग्लादेशी थे जो कि टूरिस्ट वीजा लेकर शामली पहुंचे थे, और बिना पुलिस- एलआईयू विभाग को सूचना दिए थाना भवन के भैसानी इस्लामपुर गांव में रहते हुए वीजा नियमों का उल्लंघन करते हुए धर्म प्रचार- प्रसार कर रहे थे जिनके खिलाफ शामली पुलिस ने एक माह पूर्व वीजा उल्लंघन सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था और सभी जमातियों को मदरसे से पकड़कर क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था। जिनमें कि कुछ लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे जिनकी आज क्वॉरेंटाइन सीमा अवधि समाप्त होने के पश्चात पुलिस ने गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया है।
वहीं इस पूरे मामले पर शामली एसपी विनीत जयसवाल ने बताया कि शामली के थाना भवन में 1 अप्रैल 2020 को एक मुकदमा पंजीकृत हुआ था। मुकदमा अपराध संख्या 90/ 2020 थाना भवन क्षेत्र के गांव भैसानी इस्लामपुर के मक्का मदीना मस्जिद में लॉक डाउन के दौरान 15 व्यक्तियों की जमात वहां मिली थी जिसमें 12 बांग्लादेशी, 1 मुरादाबाद और 2 असम के व्यक्ति थे।
इन लोगों के द्वारा स्थानीय पुलिस तथा स्थानीय पुलिस को अपने आगमन के संबंध में सूचना नहीं दी गई थी तथा टूरिस्ट वीजा पर आए थे और उसका उल्लंघन करते हुए धर्म का प्रचार - प्रसार कर रहे थे। इस संबंध में थाना भवन में फॉरेनर्स एक्ट के तहत तथा महामारी अधिनियम एवं आईपीसी की सुसंगत धाराओं में इन 15 जमातियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था। आज क्वॉरेंटाइन अवधि खत्म होने के बाद विवेचना के क्रम में इन सभी की गिरफ्तारी कर इन्हें माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जहां से अदालत के आदेशानुसार उन सभी को जेल भेजा जा रहा है।