प्रयागराज से तीन दिन में भेजे गए पंद्रह हज़ार से ज़्यादा स्टूडेंट्स, 509 बसों का हुआ था इस्तेमाल
लॉक डाउन के दौरान प्रयागराज में फंसे छात्रों को अपने अपने जिलों में पहुंचाने का काम पूरा कर दिया है। डीएम के मुताबिक तकरीबन 15 हजार छात्रों को उनके गृह जिलों में भेजा गया
प्रयागराज, एबीपी गंगा। लॉक डाउन में संगम नगरी प्रयागराज में फंसे स्टूडेंट्स को उनके घर वापस भेजे जाने का काम पूरा हो गया है। सीएम योगी के दखल पर तीन दिनों में प्रयागराज से पंद्रह हज़ार से ज़्यादा छात्रों को यूपी के अलग अलग शहरों में भेजा गया है। स्टूडेंट्स को उनके घर तक पहुंचाने के लिए तीन चरणों में रोडवेज की 509 बसों को लगाया गया था। प्रयागराज के डीएम भानु चंद गोस्वामी का कहना है कि छात्रों के लिए अब कोई बस मुहैया नहीं कराई जाएगी। ज़्यादातर ज़रूरतमंद छात्र अपने घरों को वापस जा चुके हैं। इक्का -दुक्का जो लोग बचे हुए हैं। उन्हें अब लाकडाउन ख़त्म होने का इन्तजार करना होगा।
गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के दखल पर प्रयागराज में रहकर पढ़ाई करने वाले दूसरे शहरों के स्टूडेंट्स को उनके घर वापस भेजे जाने का काम 27 अप्रैल की रात से शुरू किया गया था। पहले चरण में नौ जिलों के स्टूडेंट्स को भेजा गया। दूसरे चरण में 27 और तीसरे चरण में 29 जिलों के छात्र -छात्राओं को भेजा गया। छात्रों को उनके घर भेजा जाने का काम कल देर रात तक चला।
हालांकि सरकार को उम्मीद थी कि प्रयागराज से तकरीबन दस हज़ार छात्र अपने घरों को वापस जाएंगे और इसके लिए तीन सौ बसों का इंतजाम किया गया था। हालांकि छात्रों की संख्या पंद्रह हज़ार का आंकड़ा पार कर गई थी, इसीलिये तीन सौ के बजाय पांच सौ से ज़्यादा बसों को लगाना पड़ा। सीएम योगी के इस फैसले से स्टूडेंट्स काफी खुश थे और वह बार बार उनका शुक्रिया अदा कर रहे थे।