लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 16 जिले बाढ से प्रभावित हैं और शारदा, राप्ती एवं सरयू जैसी प्रमुख नदियां कुछ जगहों पर खतरे का निशान पार कर गई हैं जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. राहत आयुक्त संजय गोयल ने मंगलवार को बताया कि महाराजगंज, आंबेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, गोंडा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, मऊ, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर और सीतापुर जिले बाढ़ से प्रभावित हैं.


संजय गोयल ने बताया कि कुल 777 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. शारदा नदी पलियांकला, राप्ती नदी बर्डघाट (गोरखपुर) और सरयू एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के लाल निशान को पार कर गई हैं. गोयल ने तटबंधों की स्थिति के बारे में बताया कि सोमवार को कहीं-कहीं दिक्कत थी लेकिन उसे ठीक कर लिया गया है. बाढ़ के पानी से गांवों की आबादी पर ज्यादा असर नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि मरम्मत का कार्य जहां रह गया है, उसे जल्द पूरा कर लिए जाने की संभावना है.



राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि राज्य में राहत कार्य तेजी से चल रहा है और 151 आश्रय स्थल बनाए गए हैं. राशन किट और खाने के पैकेट प्रभावित लोगों के बीच वितरित किए जा रहे हैं. कुल 1129 नौकाएं स्थानीय लोगों की मदद के लिए लगाई गई हैं. 653 बाढ चौकियां स्थापित की गई हैं जो स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर रख रही हैं. मेडिकल टीम, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें भी तैनात की गई हैं.


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