एटा, एबीपी गंगा। जनपद में तबाही मचाने के बाद अब कोरोना ने एटा जेल में भी दस्तक दे दी है. एटा के जिला अधिकारी, दोनों अपर जिला अधिकारी और अन्य कई प्रशासनिक अधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव होने के चलते बाहर इलाज करवा रहे हैं. इस बीच जनपद के विभिन्न स्थानों पर फैल रहा कोरोना अब एटा जिला कारागार तक पहुंच गया है. एटा जिला कारागार में 16 नए कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के साथ ही अब तक एटा जेल में कुल कोरोना पॉजिटिव बंदियों की संख्या 90 तक पहुंच गई है. जेल में पाए गए सभी कोरोना पॉजिटिव बंदियों को जिला कोविड सेंटर में भेजा गया है. जेल के अधिकारी इस बात की पूरी सावधानी बरत रहे हैं कि कहीं जेल में कोरोना का संक्रमण पैर न पसार ले.
एटा जनपद में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच कोरोना ने जनपद कारागार में भी दस्तक दे दी है. एटा जिला अस्थायी कारागार में 16 नए कोरोना पॉजिटिव निकलने के साथ ही अब तक जेल में कुल कोरोना पॉजिटिव बंदियों की संख्या 90 हो गई है. जिनमें अभी 16 का इलाज कोविड हॉस्पिटल में चल रहा है. एटा जनपद में अब तक कुल 1595 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जा चुके हैं. जिनमें से 1228 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं और 355 कोरोना पॉजिटिव अभी भी एक्टिव हैं. इसके अतिरिक्त 12 कोरोना पॉजिटिव की अब तक मौत हो चुकी है. हालांकि ये सरकारी आंकड़ा है, वास्तव में कोरोना से मरने वालों की संख्या कहीं अधिक है.
अस्थायी जेल का निर्माण
एटा जनपद कारागार के अधीक्षक पी पी सिंह ने बताया कि एटा जनपद कारागार में बंद हजारों बंदियों को सुरक्षित रखने के लिए एटा जनपद में एक अस्थायी जेल बनाई गई है. जिसमें आने वाले नए बंदियों का कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद ही उनको स्थायी कारागार में रखा जाता है. उन्होंने बताया कि अब तक एटा जिला कारागार में 1565 बंदियों का कोरोना टेस्ट कराया गया. जिसमें 74 बंदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए जबकि अस्थायी जेल के कुल 267 बंदियों का कोरोना टेस्ट कराया गया. जिसमें 16 बंदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस प्रकार अभी तक एटा जिला कारागार में कुल 90 बंदी कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं. जिनमें से 74 बंदी अपना इलाज करवाकर कोरोना निगेटिव होने पर दुबारा जेल में वापस आ चुके हैं.
आयुर्वेद से हो रहा इलाज
पीपी सिंह ने बताया कि एटा जिला कारागार के बंदियों को कोरोना मुक्त रखने के लिए उनको आयुष काढ़ा दिया जा रहा है. होम्योपैथिक की दवा पिलाई जा रही है. आइवर मेकटिन टेबलेट दी जा रही है और जेल को दिन में दो बार सेनेटाइज किया जा रहा है. बंदियों को सोशल डिस्टेंसिग बनाकर रखा जा रहा है. जेल में साफ-साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
स्थायी जेल में न फैले संक्रमण
कुल मिलाकर एटा जनपद में कोरोना की दस्तक जेल के बंदियों तक पहुंचने से जेल प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है और वो हर संभव प्रयास कर रहा है कि स्थायी जेल में कोरोना संक्रमण न फैले. इसीलिए फिलहाल जेल में आने वाले नए बंदियों को एक अस्थायी जेल में रखा जा रहा है. उनकी कोरोना जांच करवाने के बाद निगेटिव आने पर ही उनको स्थायी जेल में रखा जा रहा है.
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