गोपेश्वर. उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा के निकट नीति घाटी के सुमना हिमस्खलन स्थल से गुरुवार को एक और शव बरामद हुआ, जिसके साथ ही हादसे में मरने वालों की संख्या 17 हो गई. चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि बुधवार और बृहस्पतिवार को मिले दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जोशीमठ लाया गया. उन्होंने बताया कि इससे पहले मिले सभी 15 शवों को झारखंड भेजा जा चुका है जबकि लापता लोगों को ढूंढने के लिए तलाश अभियान लगातार जारी है. शुक्रवार को सुमना के पास हिमनद टूटने से सीमा सड़क संगठन के दो कैंप इसकी चपेट में आ गए थे, जिससे वहां काम कर रहे मजदूर बर्फ में दबकर लापता हो गए थे. हांलांकि, 384 मजदूर सुरक्षित भी मिल गए थे.


हादसे के वक्त काम कर रहे थे मजदूर
बता दें कि मलारी गांव से करीब 25 किलोमीटर दूर सुमना, धौलीगंगा नदी से निकलने वाली दो धाराओं, गिरथीगाड और किओगाठ के संगम पर स्थित है और हिमस्खलन के समय मौके पर सीमा सड़क संगठन का निर्माण कार्य चल रहा था जहां मजदूर काम कर रहे थे.


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