शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर (Shahjahanpur) में बाल मजदूरी (Child Labour) के लिए ट्रेन से ले जाए जा रहे 18 नाबालिग बच्चों (18 Minor) को रेस्क्यू (Rescued) किया गया है. बच्चों को पश्चिम बंगाल और बिहार से पंजाब के भटिंडा (Bhatinda) ले जाया जा रहा था. बच्चों को बाल मजदूरी कराने के लिए ले जा रहे 3 मौलाना भी पकड़े गए हैं. फिलहाल, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग (Anti Human traffiking) और बाल संरक्षण आयोग व जीआरपी आदि की टीमें सभी बच्चों से पूछताछ करने में जुटी हुई हैं.
दिल्ली से मिली थी सूचना
शाहजहांपुर की जीआरपी पुलिस को चाइल्ड हेल्पलाइन दिल्ली से सूचना मिली थी कि अवध-असम एक्सप्रेस गुवाहाटी ट्रेन से कई बच्चों को बाल श्रम के लिए ले जाए जा रहे हैं. इस सूचना के बाद जीआरपी पुलिस और बाल संरक्षण समिति व एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग की टीम ने सुबह 9 बजे ट्रेन को शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन पर रुकवाया. जिसके बाद अलग-अलग कोच में से 18 नाबालिग बच्चों को नीचे उतारा गया. बच्चों के साथ में 3 मौलाना भी सफर कर रहे थे जो इन बच्चों को बाल मजदूरी कराने के लिए बिहार और बंगाल से पंजाब ले जा रहे थे.
बिहार, पश्चिम बंगाल से ले जाये जा रहे थे बच्चे
पूछताछ में बच्चों के साथ सफर कर रहे मौलानाओं का कहना है कि, सभी लोग किशनगंज, पश्चिम बंगाल से पंजाब के भटिंडा जिले में जा रहे हैं. उनका कहना है कि वह वहां मजदूरी करते हैं. पूछताछ के लिए मौके पर बाल संरक्षण की टीम और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग की टीम भी पहुंच गई है. टीमों ने बच्चों से और उनको ले जा रहे लोगों से गहन पूछताछ शुरू कर दी है. फज़ल-उर्रहमान खां, प्रभारी निरीक्षक जीआरपी शाहजहांपुर का कहना है कि, पूरी छानबीन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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