आगरा, एबीपी गंगा। आगरा में कोरोना वायरस के संक्रमण ने खतरनाक रुख ले लिया है। गुरुवार को 19 नये पॉजिटिव केस सामने आने से हालात भयावह हो गये हैं। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 84 हो गयी है। यहां पारस अस्पताल सबसे बड़ा हॉट स्पाट बनकर उभरा है। आपको बता दें कि कल यानि बुधवार तक शहर में मरीजों की संख्या 65 थी। आज सामने आये मामलों में पांच जमात से जुड़े हैं और छह पारस अस्पताल से संबंध रखते हैं। आगरा में 84 मरीजों में से आधे से ज्यादा 43 जमाती हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में कुल मरीजों की संख्या अब 392 तक पहुंच गयी है।
84 मरीजों में से सिर्फ आठ ठीक हुए थे। इससे पहले आगरा में बुधवार को कोरोना से 76 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत हुई थी। शहर में अभी भी 75 कोरोना वायरस से संक्रमित सक्रिय मामले हैं, सभी को क्वारंटीन किया गया है। पॉजिटिव आये मरीजों और उनके आसपास के लोगों पर प्रशासन करीबी नजर रख रहा है। गौरतलब है कि आगरा में 22 हॉट स्पॉट इलाके देर रात 12 बजे से पूरी तरह सील कर दिये गये हैं।
जिले में पारस अस्पताल प्रशासन के लिये बड़ी चुनौती बन गया है। हालात यहां तक आ गये हैं कि कम्युनिटी ट्रांसफर का खतरा मंडराने लगा है। आगरा में कोरोना मरीजों की संख्या कुछ इस तरह बढ़ी है।
यूं बढ़ा आगरा में कोरोना का ग्राफ
3 मार्च जूता कारोबारी, उनके दोनों बेटे, पुत्रवधू, नाती।
7 मार्च जूता कारोबारी की फैक्ट्री में मैनेजर।
8 मार्च जूता कारोबारी की फैक्ट्री में मैनेजर की पत्नी।
13 मार्च बेंगलुरू से अपने मायके रेलवे कॉलोनी आई युवती।
26 मार्च अमेरिका से लौटा डॉक्टर का बेटा।
27 मार्च लंदन से लौटी आटोमोबाइल कारोबारी की बेटी।
29 मार्च इंग्लैंड से लौटा कॉलेज संचालक का बेटा।
1 अप्रैल कोरोना संक्रमित बेटे के डॉक्टर पिता।
3 अप्रैल सात जमाती और जीवनी मंडी क्षेत्र के दुबई से लौटे युवक में कोरोना की पुष्टि।
4 अप्रैल घटिया आजम खां निवासी युवक के साथ जमाती और उनके संपर्क आए लोगों सहित 25 में कोरोना की पुष्टि।
5 अप्रैल जीवनी मंडी क्षेत्र में दुबई से लौटे युवक की मां और भाई, जगदीशपुरा के चांदी कारीगर में कोरोना की पुष्टि।
6 अप्रैल, रकाबगंज क्षेत्र के हॉस्पिटल के दो टेक्नीशियन, दुबई से लौटा व्यापारी, जमाती सहित पांच में कोरोना की पुष्टि।
8 अप्रैल, दो नए मामलों में कोरोना की पुष्टि।
9 अप्रैल, 19 मामले में पुष्टि।