लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी शुरू हो गई है. जिन जिलों में तेजी से केस बढ़ रहे हैं उनमें मेरठ, लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद शामिल हैं. साथ ही राज्य में कोविड रोगियों की मृत्यु संख्या में भी इजाफा हुआ है. सक्रिय मामलों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 23,357 हो गई. वहीं अबतक 7500 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.


राज्य में  2,858 नए मामले सामने आए और 20 लोगों की मौत हो गई. वहीं 2,200 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो गए. नए मामलों के साथ राज्य में संक्रमितों का कुल आंकड़ा बढ़कर 4,91,131 हो गया.





स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में कोविड-19 की दूसरी लहर की जांच करने के लिए एक बहु-आयामी रणनीति अपनाई है. इसके लिए नमूने एकत्र करने के अलावा, परीक्षण में वृद्धि, राज्य भर में निगरानी और संक्रमण की श्रृंखला तोड़ने के लिए संपर्क ट्रेसिंग की जा रही है.


वहीं लखनऊ में बढ़ते मामलों के पीछे सोशल डिस्टेंसिंग की कमी को बड़ा कारण बताया गया है. अंतरराष्ट्रीय डॉक्टरों के एसोसिएशन के महासचिव डॉ. अभिषेक शुक्ला ने कहा, "लोगों ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना बंद कर दिया है. बाजारों में तो शायद ही कहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है."


मामलों की तेजी वाली सूची में मेरठ सबसे आगे है. मेरठ में पिछले 15 दिनों में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या में 126 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में पल्मोनरी क्रिटिकल केयर मेडिसिन विंग में विभाग के प्रमुख डॉ. वेद प्रकाश ने कहा, "मेरठ एक ऐसा शहर है, जहां बड़ी संख्या में बाहर के लोग आते-जाते हैं, खासकर दिल्ली से. हम यात्रा पैटर्न का अध्ययन कर रहे हैं, जो मामले बढ़ने का एक कारण हो सकता है. जल्द ही मेरठ के लिए एक नई रणनीति तैयार करनी होगी."




UP: स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का बड़ा बयान, बोले- दिल्ली की वजह से बढ़ रहा है कोरोना का संक्रमण


कोरोना को लेकर मुख्य स्वास्थ्य सचिव आलोक कुमार का मेरठ दौरा, कहा- जनता के साथ है सरकार