ST Hasan On 2000 Rupee Note: दो हजार रुपये का नोट बंद होने पर उत्तर प्रदेश (UP) के मुरादाबाद (Moradabad) से समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा है कि हम इस फैसले का विरोध करते हैं. सरकार ने पहले दो हजार का नोट क्यों चलाया था और अब इसे क्यों बंद किया जा रहा है. इससे महिलाओं को अधिक परेशानी होगी, क्योंकि हर घर में महिलाएं कुछ न कुछ पूंजी जमा करके रखती हैं ताकि बुरे वक्त में काम आए, लेकिन अब महिलाएं पूछ रही हैं यह तो पहले नोटबंदी करके परेशान किया था और अब दूसरी बात नोटबंदी क्यों की जा रही है. इससे चुनाव में बीजेपी को महिलाओं की नाराजगी झेलनी पड़ेगी


सपा सांसद ने कहा कि 2016 में नोटबंदी के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाया गया था, उससे न आतंकवाद खत्म हुआ और न कालाधन खत्म हुआ. नोटबंदी में बहुत से लोग मारे गए, महिलाएं परेशान हुईं और सेविंग सब की खत्म हो गई. एसटी हसन ने सवाल किया कि आखिर 2000 का नोट सरकार ने शुरू ही क्यों किया था, इसका जवाब दें. आपने हर घर में झगड़ा करा दिया, पत्नियां अपने पतियों से लड़ रही हैं कि पहले हुई नोटबंदी का हिसाब चाहिए. हमारी समझ में यह नहीं आ रहा कि यह तमाशा क्यों होता है. इससे क्या आप दोबारा कालाधन लेकर आ रहे हैं या फिर बैंकों में जमा अरबों रुपये को अपने किसी मित्र को देना चाहते हैं?


गरीब आदमी पर पड़ेगा असर- एसटी हसन


एसटी हसन ने आगे कहा कि जब पहले हुई नोटबंदी में कालाधन नहीं निकला तो अब इस नोटबंदी से कितना निकल आएगा. इस बार तो 2000 के नोट को जमा करने का सरकार ने वक्त भी दिया है लेकिन आने वाले तीन राज्यों के चुनाव और गरीब आदमी पर इसका असर पड़ेगा. हर घर में महिलाएं सेविंग करती हैं और देश की इकोनॉमी को कोरोना काल में महिलाओं की जमा पूंजी ने ही बचाया था. आप महिलाओं की जमा पूंजी को खत्म कर देना चाहते हैं और बैंकों में जमा करा कर अगर बैंक डूब गए तो क्या होगा? इससे अर्थव्यवस्था पर तो कोई असर नहीं पड़ने वाला है. हम सरकार के फैसले का विरोध करते हैं.


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