Samajwadi Party Reaction On 2000 Rupees Notes: भारतीय रिजर्व बैंक ((RBI) ने 2000 रुपये के नोट को सितंबर, 2023 के बाद चलन से बाहर करने की शुक्रवार को घोषणा कर दी है. इसे लेकर समजावादी पार्टी की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आ गई है. सपा ने 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. सपा ने पूछा है कि क्या आतंकवाद और भ्रष्टाचार पर लगाम लग गई.
सपा के प्रवक्ता अमीक जामेई ने आरबीआई के फैसले के बाद ट्वीट किया, "नोटबंदी की क्रूरता में हजारों जानें गईं. बीजेपी ने कहा आतंकवाद, भ्रष्टाचार और काला धन की कमर टूट जाएगी. चिप वाली 2000 रुपये के नोट बंद का एलान बताता है कि आर्थिक मोर्चे पर फेल, कॉर्पोरेटपरस्त नरेंद्र मोदी ने सत्ता के नशे में भारतीयों को जोकर समझा है, अब 2024 में जनता इन्हें सत्ता से बेदखल करेगी."
'2000 रुपये के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे'
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को 2000 रुपये के नोट को सितंबर, 2023 के बाद चलन से बाहर करने की घोषणा की. इस मूल्य के नोट को बैंकों में 23 मई से जाकर बदला जा सकता है. आरबीआई ने शाम को जारी एक बयान में कहा कि अभी चलन में मौजूद 2000 रुपये के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे.
'एक बार में सिर्फ 20,000 रुपये मूल्य के नोट ही बदले जाएंगे'
आरबीआई ने बैंकों को 30 सितंबर तक ये नोट जमा करने और बदलने की सुविधा देने को कहा है. बैंकों में 23 मई से 2000 रुपये के नोट बदले जा सकेंगे. हालांकि, एक बार में सिर्फ 20000 रुपये मूल्य के नोट ही बदले जाएंगे. इसके साथ ही आरबीआई ने बैंकों से 2000 रुपये का नोट देना तत्काल प्रभाव से बंद करने को कहा है. आरबीआई ने नवंबर 2016 में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट चलन से हटाने के बाद 2000 रुपये के नोट जारी किए थे.
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