गोरखपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिन वनटांगिया गांव को राजस्व का दर्जा दिलाया, उस 23 वनटांगिया गांव के लोग पहली बार गांव की सरकार चुनेंगे. यही वजह है कि पूरे गांव में उत्सव जैसा माहौल है. साल 2016 में इन्हें पंचायत में शामिल कर वोट देने का अधिकार तो मिल गया, लेकिन न तो इनके गांव को राजस्व गांव का दर्जा मिला था और न ही किसी भी सरकारी योजना का लाभ. साल 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद इनके गांव को राजस्व गांव का दर्जा भी मिला और वोट देने का अधिकार भी. अब वनटांगिया गांव के लोग पहली बार गांव की सरकार चुनने जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब यहां के सांसद रहे हैं, तब से वे इस गांव में दिवाली मनाने आते रहे हैं. आज भी ये सिलसिला जारी है. 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के सीएम बने और 17 अक्टूबर को गोरखपुर के 5 और महराजगंज के 18 गांव को राजस्व गांव का दर्जा मिल गया. ये पहली बार है जब आजादी के बाद यहां प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं और यहां की जनता अपनी सरकार चुनने जा रही है.
हजारों की आबादी को मिला लाभ
गांव के मुखिया राम गणेश मौर्य बताते हैं कि यहां 500 घर हैं. जिनमें से 480 मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बने हैं. हजारों की आबादी वाले गांव में 1950 वोट हैं. आजादी के 73 साल बाद ऐसा पहला मौका है, जब गांव के लोग गांव की सरकार चुनने जा रहे हैं. साल 2017 में वे लोग मतदान किए थे. तब पिछड़ी सीट थी. इस बार एससी सीट है, लेकिन तब न वे राजस्व गांव का दर्जा पाए थे और न ही सरकारी योजनाओं का लाभ. वे कहते हैं कि साल 2009 से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां पर हर साल दिवाली मनाने के लिए आते हैं. उनकी सरकार बनने के बाद गोरखपुर के पांच और महराजगंज जिले के 18 गांव को राजस्व गांव का दर्जा मिला और सड़क, बिजली, पानी, मकान, शिक्षा, विधवा-वृद्धा पेंशन, राशन, वोटर आईडी कार्ड आधार कार्ड जैसी सभी योजनाओं का लाभ भी गांववालों को मिलने लगा.
सभी गांवों की बदली तकदीर
राजस्व ग्राम घोषित होने के बाद गोरखपुर-महराजगंज के 23 वनटांगिया गांवों की तस्वीर और तकदीर बदल गई. आवास, सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और आरओ वाटर मशीन, कृषि योग्य भूमि, आधारकार्ड, राशनकार्ड और रसोई गैस आदि योजनाओं का लाभ मिल गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम घोषित कर उन्हें आजाद देश में मिलने वाली सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराकर विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है. योगी सरकार में राजस्व ग्राम घोषित होने के बाद गोरखपुर और महराजगंज के 23 वनटांगिया गांव पहली बार पंचायत चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभाकर गांव की सरकार चुनने जा रहे हैं.
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