गाजियाबाद. यूपी के गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में हुए श्मशान घाट हादसे में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने नगरपालिका की कार्यकारी अधिकारी निहारिका सिंह, कनिष्ठ अभियंता चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि आरोपी ठेकेदार अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
अब तक 25 लोगों की मौत
बता दें कि रविवार को मुरादनगर के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार में जुटे लोगों पर लेंटर गिर गया था. लेंटर के मलबे में दबकर 25 लोगों की मौत हो गई जबकि 17 घायल हो गए. सभी लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे. यह हादसा मुरादनगर के उखलारसी में हुआ.
अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे लोग
जानकारी के मुताबिक, मुरादनगर में रहने वाले फल विक्रेता जयराम की रविवार सुबह मौत हो गई थी. जयराम के परिजन और उनके जानकार मुरादनगर के श्मशान घाट में उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे. अंतिम संस्कार के बाद जब बारिश होने लगी तो लोग बारिश से बचने के लिए लेंटर के नीचे खड़े हो गए. उसी दौरान ये लेंटर भरभरा कर गिर गया.
पुलिस ने बताया कि जब छत ढही, तो बारिश से बचने के लिए कई लोग इमारत के नीचे खड़े थे जिसे हाल ही में बनाया गया था. इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई, वे सभी पुरूष और जयराम के रिश्तेदार या पड़ोसी थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार किया जा रहा था. बचावकर्मी यह सुनिश्चित करने के लिए घंटों तक मलबा हटाते रहे कि कहीं कोई और उसमें न फंसा हो.
एनडीआरएफ ने घंटों चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे के बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई. इसके बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम भी पहुंची. सभी मलबे से मृतकों एवं घायलों को निकालने में जुट गये. जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने कहा, ‘‘इस घटना में 25 लोगों की मौत हो गयी जबकि 17 अन्य घायल हो गये।.’’ रविवार शाम तक उनमें से कम से कम 18 की पहचान कर ली गई.
क्या बोला चश्मदीद
इस घटना में घायल हुए उधम सिंह (25) ने कहा, ‘‘मैं पहले 20 मिनट तक बेहोश हो गया था. जब मुझे होश आया तब मैंने देखा कि मेरे दोस्त मुझे मलबे से निकाल रहे हैं. मुझे दर्द हो रहा है लेकिन आशा है कि मैं शीघ्र ठीक हो जाऊंगा.’’
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