लखनऊ, एबीपी गंगा। दिवाली से पहले ही यूपी पुलिस के होमगार्डों के लिए बुरी खबर आ चुकी है। उनकी ये दिवाली मायूसी वाली हो सकती है, क्योंकि यूपी सरकार ने यूपी पुलिस में 25 हजार होम गार्डों की ड्यूटी खत्म करने का फैसला लिया है। इसके लिए प्रयागराज पुलिस मुख्यालय से आदेश जारी किया गया है। दरअसल, सु्प्रीम कोर्ट ने होमगार्डों के वेतन को पुलिस के सिपाही के वेतन के बराबर करने का आदेश सुनाया था। इसके तहत होमगार्डों का एक दिन का भत्ता बढ़ाकर 672 रुपये कर दिया गया था, लेकिन अब इसका असर ऐसा है कि लॉ एंड ऑर्डर में लगे 32 फीसदी होमगार्डों की नौकरी जा रही है। इसके साथ ही, अब होमगार्डों को 25 दिनों के बजाए 15 दिन ही ड्यूटी मिलेगी।


25 हजार होमगार्डों की नौकरी पर खतरा 


सरकार के इस फैसले का असर प्रदेश में तैनात 25 हजार होमगार्डों पर पड़ेगा। पिछले महीने में करीब 17 हजार होमगार्डों को ड्यूटी से हटा दिया गया था। प्रदेश सरकार ने बजट का हवाला देते हुए होमगार्डों की ड्यूटी खत्म करने की बात कही है। माना जा रहा है कि कोर्ट के आदेश के होमगार्डों का वेतन पुलिस के वेतन के बराबर हो गया था, जिससे बजट पर भार बढ़ गया, इसे संतुलित करने के इरादे से सरकार ने होमगार्डों की छंटनी करने का निर्णय लिया।


ड्यूटी के आधार पर होता है होमगार्डों का भुगतान


दरअसल, कोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश सरकार को होमगार्डों पर हर महीने एक करोड़ 68 लाख रुपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ रहे थे। लेकिन अब कोर्ट का फैसला होमगार्डों के लिए मुसीबत बन गया है। बता दें कि होमगार्डों को उनकी ड्यूटी के आधार पर भुगतान किया जाता है। यानी उनका कोई तय वेतन नहीं होता है। रोटेशन के तहत प्रदेश में होमगार्डों को कम से कम 25 दिन की ड्यूटी मिलती है, जिसके घटाकर 15 दिन कर दिया जाएगा।


सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में क्या कहा था


कोर्ट के आदेश के अनुसार, अगर कोई होमगार्ड एक महीने में 25 दिन ड्यूटी करता है, तो उसे प्रतिदिन 672 रुपये के हिसाब से 16,800 रुपये मिलते थे। अब होमगार्ड को 25 दिन की ड्यूटी की बजाय 15 दिन की ड्यूटी मिलेगा, जिसके हिसाब से उन्हें महीने में 10,080 रुपये मिलेंगे।



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