Gonda Railway Station: गोंडा के रेलवे स्टेशन पर चार लोगों ने एक युवक पर एसिड अटैक करके उससे 25 हजार रुपये छीन लिए और फरार हो गए. पीड़ित का नाम विकास शाह है. चारों बदमाश उसके जानने वाले बताए जा रहे हैं जो पहले तो उसे पीटते हुए प्लेटफार्म नंबर 5 तक ले गए और उसके पास रखे पैसे को लूटने की कोशिश की और जब वो नहीं माना तो उसपर एसिड से अटैक कर दिया. पीड़ित को लखनऊ के इंदिरा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एसिड अटैक कर छीने पैसे
ये घटना एक मार्च की बताई जा रही है. चारों आरोपी बिहार के बेगूसराय के रहने वाले हैं और पीड़ित के जान-पहचान के हैं. पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. इस मामले में जीआरपी पुलिस ने अपराध संख्या 18 /22 धारा 323 504 506 326A आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है. पीड़ित विकास शाह के दोस्त ने बताया कि वो पुणे में उसके साथ रहता है, वो गोंडा में अपने भाई से मिलने आया था. भाई से मिलने के बाद गोंडा जंक्शन से उसने वापसी के लिए टिकट खरीदा और ट्रेन की खोज में घूम रहा था तभी उन चारों से उसका आमना-सामना हो गया.
आरोपियों को पहचानता है पीड़ित
चारों आरोपी बेगूसराय के रहने वाले हैं. जिन्हें विकास शाह पहचानता था. इनके नाम राजकुमार सोनी, गोविंद सोनी, मधु, देवीजी सोनी हैं. विकास को देखते ही उन्होंने उसे दबोच लिया और मारते-पीटते प्लेटफॉर्म नंबर 5 तक ले गए. विकास के पास 20-25 हजार रुपया रखा हुआ था. जिसे वो छीनने की कोशिश कर रहे थे. जब पीड़ित ने पैसे वापस नहीं दिए तो उनमें से एक ने बोतल में रखा तेजाब उसके चेहरे पर डाल दिया और पैसे लेकर फरार हो गए.
पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कराया गया
घटना की जानकारी मिलने के बाद विकास शाह को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. अगले दिन परिजनों ने जीआरपी में सूचना और एप्लीकेशन दिया जिसके बाद पीड़ित को लखनऊ के इंदिरा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया. पीड़ित का इलाज चल रहा है लेकिन पुलिस अभी तक चारों आरोपियों का गिरफ्तार नहीं कर सकी है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में तहरीर के आधार पर शिकायत दर्ज कर ली है.
चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
गोंडा जीआरपी के थाना प्रभारी ने एबीपी गंगा से बात करते बताया कि घटना में एसिड अटैक हुआ है लेकिन रेलवे परिसर के अंदर नहीं हुआ है कोतवाली नगर के क्षेत्र के अंदर हुआ है. ये सभी कोतवाली नगर क्षेत्र की कॉलोनी में थे. वही पहले हाथापाई हुई है उसके बाद फिर गोंडा रेलवे स्टेशन पर आए हैं. उसके बाद फिर यहां चले गए तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है और सभी आरोपी बिहार के रहने वाले हैं तहरीर के आधार पर साथ साक्षय संचालन किया जा रहा है.