Lumpy Virus in Basti: डेंगू, वायरल फीवर के बाद अब बेजुबान जानवर मुसीबत में हैं. बस्ती में लंपी स्किन की बीमारी तेजी से पांव पसार रही है. लंपी वायरस की चपेट में मवेशियों की बड़ी संख्या आ गई है. सबसे ज्यादा लंपी वायरस गौवंशों को संक्रमित कर रहा है. पशु चिकित्सा अधिकारी अनिल कुमार कुशवाहा ने बताया कि जिले में 279 मामले लंपी वायरस डिजीज के मिले हैं. राहत की बात है कि 200 गौवंश ठीक हो चुके हैं और 78 गौवंश अभी भी संक्रमित हैं. लंपी वायरस की चपेट में आकर एक गौवंश की मौत हो चुकी है.


डेंगू, वायरल फीवर के बाद अब लंपी स्किन डिजीज ने पसारा पांव


मवेशियों में बीमारी फैलने के बावजूद प्रशासन लापरवाह बना हुआ है. रोकथाम के लिए पशु मेला को बंद नहीं कराया गया है. मवेशी पालक अब भी मेला में जानवरों को खरीदने-बेचने के लिए ला रहे हैं. पशु मेला खुले रहने से आशंका है कि दूसरे मवेशी भी संक्रिमत हो सकते हैं. लंपी वायरस के संपर्क में आने से दूसरे जानवर भी संक्रमित हो जाते हैं. बीमारी से बचने के लिए जरूरी है कि जानवरों को संक्रमित जानवरों से दूर रखा जाए.


पशु मेला बंद नहीं होने से दूसरे जानवरों को संक्रमण का है खतरा


संक्रमण से जानवरों को बचाने के लिए गौशालाओं की साफ-सफाई रखने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए. लंपी वायरस की चपेट में आने से गौवंशों के शरीर पर 2 से 5 सेमी आकार की गांठ पड़ जाती है. तेज बुखार, मुंह से लार और आंख नाक से पानी गिरने लगता है. पशु चिकित्सा अधिकारी अनिल कुमार कुशवाहा के मुताबिक जिले में कुल 1 लाख 25 हजार गौवंश हैं. 1 लाख 5 हजार गौवंशों का टीकाकरण किया जाना है. अभी तक 54 हजार से ज्यादा मवेशियों को टीका लगाया जा चुका है. उन्होंने कहा कि संक्रमण के खतरे को देखते हुए पशु पालन विभाग सतर्क है.


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