प्रयागराज, एबीपी गंगा। नार्थ सेंट्रल रेलवे जोन के इलाहाबाद डिवीजन के 29 लोकसभा सांसदों ने केंद्र और रेल मंत्रालय से लंबी दूरी के ट्रेनों में जनरल और स्लीपर कोच बढ़ाने की मांग की है। सांसदों का कहना है कि जनरल और स्लीपर क्लास में गरीब व मिडिल क्लास के लोग सफर करते हैं। उनकी संख्या ज्यादा होती है ऐसे में आर्थिक लाभ के बजाय उनकी जरूरतों के लिए जनरल और स्लीपर क्लास के डिब्बे बढ़ाए जाने चाहिए। सांसदों ने ये भी कहा कि ट्रेनें मुनाफा कमाने के लिए नहीं, बल्कि आम लोगों की जरूरत पूरी करने के लिए चलाई जाती हैं।


इलाहाबाद डीआरएम के डिवीजन में लोकसभा और राज्यसभा के 29 सांसद आते हैं। इन सांसदों की सलाहकार समिति की बैठक आज प्रयागराज में हुई। इस बैठक में कई सांसद खुद आए और कई ने अपने प्रतिनिधियों को भेजा। तकरीबन सभी सांसदों ने ट्रेनों में जनरल व स्लीपर क्लास के कोच कम होने की बात कहते हुए इनकी संख्या बढ़ाए जाने की मांग की। सांसदों ने इसके साथ ही ट्रेनों की संख्या बढ़ाने, स्टेशनों की सुविधाएं बढ़ाने, इलाहाबाद से लखनऊ के लिए शताब्दी ट्रेन चलाए जाने, बड़े स्टेशनों पर बेबी फीडिंग सेंटर बनाए जाने, कई ट्रेनों में पैंट्री कार का कोच लगाए जाने और ट्रेनों व स्टेशनों पर जहरखुरानी समेत दूसरे अपराधों पर जीरो टोलरेंस के तहत कार्रवाई किये जाने की मांग उठाई। आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल ने ट्रेनों के लेट होने की सूरत में एयरपोर्ट की तर्ज पर बड़े स्टेशनों पर पीपीपी मॉडल पर स्टे व रिफ्रेशमेंट की सुविधा मुहैया कराए जाने का सुझाव दिया।


इस बैठक में इलाहाबाद की सांसद रीता जोशी, फूलपुर की सांसद केशरी देवी पटेल, आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल, चित्रकूट के सांसद आरके सिंह पटेल, कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी, फर्रुखाबाद के मुकेश राजपूत, फ़िरोज़ाबाद के चन्द्रसेन सिंह जादौन, राबर्ट्सगंज के पकौड़ीलाल कोल के साथ ही लोकसभा व राज्यसभा के भी कई अन्य सांसद या उनके प्रतिनिधि मौजूद थे। रेलवे की तरफ से नार्थ सेंट्रल ज़ोन के जीएम राजीव चौधरी और इलाहाबाद मंडल के डीआरएम अमिताभ मौजूद थे।