UP News: उत्तर प्रदेश से इजराइल में नौकरियों के लिए लगभग 3,080 श्रमिकों का चयन किया गया है. भारत से इजराइल भेजे जाने वाले श्रमिकों का वॉक-इन रजिस्ट्रेशन लखनऊ के सरकारी आईटीआई में समाप्त हो गया है और अब 30 जनवरी तक कौशल परीक्षण आयोजित किया जाएगा. 


एक अधिकारी ने रविवार देर रात कहा, “अब तक 3,080 श्रमिकों को इज़राइल में नौकरियों के लिए चुना गया है. इज़राइल में निर्माण श्रमिकों की 10,000 रिक्तियां हैं और इसके लिए हजारों लोग आईटीआई कार्यालय में कतार में हैं.” चुने गए श्रमिकों का पहले कौशल परीक्षण होगा. जिसके लिए कौशल परीक्षा होगी और वो उसमें हिस्सा ले सकेंगे. 


30 जनवरी को होगी कौशल परीक्षा


इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी आईटीआई के प्रिंसिपल राज कुमार यादव ने कहा, केवल संस्थान द्वारा जारी हस्ताक्षर और मुहर के साथ आवेदन पत्र वाले और श्रम विभाग के साथ पंजीकृत उम्मीदवार ही कौशल परीक्षा में भाग ले सकेंगे, जो अब 30 जनवरी तक आयोजित की जाएगी. यादव ने कहा कि जो अभ्यर्थी श्रम विभाग में पंजीकृत नहीं हैं और उन्होंने आवेदन पत्र पर हस्ताक्षर कराने के लिए 28 जनवरी तक राजकीय आईटीआई अलीगंज, लखनऊ से संपर्क नहीं किया है, वे कौशल परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे. जहां अभ्यर्थियों की शटरिंग कार्य करने की क्षमता, टाइल्स और मार्बल फिटिंग व दीवार प्लास्टरिंग सहित अन्य का परीक्षण किया जा रहा है. 


इतने छात्र देंगे कौशल परीक्षा
राजकुमार यादव ने बताया कि लगभग 2,400 फॉर्म वितरित किए गए थे और केवल इतने ही उम्मीदवारों को 30 जनवरी तक कौशल परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी. लगभग 4,200 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी और अन्य 2,400 पिछले दो दिनों में उपस्थित होंगे.


उन्होंने कहा कि रविवार को हजारों अभ्यर्थी आईटीआई अलीगंज के गेट पर एकत्र हुए और हंगामा किया, क्योंकि यूपी और यहां तक कि बाहर से भी हजारों नौकरी चाहने वाले इज़राइल में निर्माण श्रमिकों की 10,000 रिक्तियों के लिए अपनी किस्मत आजमाने के लिए कौशल परीक्षण के लिए कतार में खड़े थे. 


इज़राइल की नौकरी की पेशकश के साथ 1,37,250 रुपये प्रति माह के वेतन के अलावा 15,000 रुपये का फंड बोनस जैसे आकर्षक लाभ भी शामिल हैं.


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