Dehradun: देहरादून में चोरी की वारदात की दिलचस्प घटना सामने आई है जहां तीन चोरों की मुलाकात एक जेल में हुई. जिसके बाद उन तीनों ने मिलकर चोरी की योजना बनाई और फिर एक रिटायर्ड आईपीएस अफसर के घर में कर डाली बड़ी सेंधमारी. लेकिन कहते हैं कि ना कि चोर चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो, कोई न कोई सबूत छोड़ ही जाता है. जिसके बाद पुलिस के हाथ उसकी गर्दन तक पहुंच जाते हैं. आईए आपको देहरादून में हुई चोरी की ये दिलचस्प कहानी बताते हैं.
ऐसे हुई रिटायर्ड अफसर के घर चोरी
दरअसल, देहरादून में एक रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी रहते हैं. पिछले दिनों जब उनका पूरा परिवार एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जयपुर में गया हुआ था. तभी मौका देखकर तीनों चोरों ने अफसर के घर पर धावा बोल दिया और मौका देखकर घर में रखी लाखों की ज्वैलरी और कीमती सामान पर हाथ साफ कर दिया. इन चोरों ने अफसर के घर से सोने के आभूषण, बिस्किट, सिक्के, चांदी के सिक्के और सोने की मूर्तियां चोरी कर ली थी. पुलिस को जब इस घटना की जानकारी लगी तो उन्होंने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी. पुलिस आसपास के इलाके और टोल प्लाजा पर लगे तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू कर दी और फिर गाड़ी पर लगे फास्ट टैग से पुलिस के हाथ बड़ा सुराग लगा.
जेल में हुई थी तीनों चोरों की मुलाकात
दून पुलिस इस फास्ट टैग के जरिए तीनों चोरों तक पहुंच गई और गौतम बुद्ध नगर के बादलपुर गांव से इन चोरों का धर दबोचा. इस मामले में जानकारी देते हुए एसएसपी देहरादून जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि इन तीनों चोरों की मुलाकात जेल में हुई थी, जहां से उन्होंने आगे की चोरियां एकसाथ करने की योजना बनाई. जब ये तीनों जेल से बाहर आ गए तो फिर ये मौका देखकर ऐसे घरों में चोरियां करने लगे जहां लोग कहीं बाहर गए होते थे या घर खाली होता था.
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