आगरा, एबीपी गंगा। आगरा में कोरोना संक्रमण महामारी तेजी से अपने पैर पसार रही है। हालात बेकाबू हो रहे हैं। सोमवार को एक साथ 35 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने से जिला प्रशासन के होश उड़ गये। इनमें से 8 जमात से जुड़े हैं। जिले में मरीजों की संख्या 138 तक पहुंच गयी है। आगरा के कुल मरीजों में 60 ऐसे हैं जो, तब्लीगी जमात से जुड़े हैं। शहर में अब सक्रिय कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 120 हो गयी है। यहां मरीजों की बड़ी संख्या निजी अस्पताल पारस से सामने आयी है, इसे अस्पताल को सबसे बड़ा इपीसेन्टर माना जा रहा है।


आपको बता दें कि शहरी इलाकों के बाद अब तेजी से ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है। एक जानकारी के मुताबिक फतेहपुर सीकरी के रहने वाले जावेद अली से 14 लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने की बात सामने आयी है। जिले में कम्युनिटी ट्रांसफर का खतरा बढ़ता जा रहा है। आगरा प्रशासन औऱ स्वास्थ्य विभाग की रणनीति कोरोना रोकने में असफल साबित हो रही है। हाल ही में भारत सरकार और यूपी सरकार ने आगरा मॉडल को नजीर बताया था। जबकि यहां हालात दिन ब दिन बदतर होते जा रहे हैं। आने वाले वक्त में स्थिति और भयावह हो सकती है।


आगरा में लॉक डाउन की धज्जियां उड़ी


शहर में कोरोना संक्रमण के बेकाबू होते हालात के बीच लॉक डाउन का उल्लंघन किया जा रहा है। सिकंदरा सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंसिन्ग की परवाह किसी को नहीं है। सामने आये एक वीडियो के मुताबिक झुंड लगाकर लोग सब्जी खरीदारी करते दिखायी दे रहे हैं।

गौरतलब है कि रविवार शाम तक उत्तर प्रदेश में कोरोना के अब तक 483 मामलें सामने आये हैं, जहां एक तरफ योगी सरकार कोरोना से लड़ रही है वहीं जान भी जहान भी की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 15 अप्रैल से कुछ सरकारी कार्यालयों में भी कामकाज शुरू हो जाएगा। सरकार के सभी मंत्री अपने कार्यालयों में 15 अप्रैल से कामकाज संभालेंगे। हालांकि अभी सिर्फ प्रमुख सचिव से लेकर अनुसचिव स्तर तक के अधिकारी ही कार्यालय में रहेंगे मौजूद। साथ ही सीएम योगी ने सभी त्यौहारों बैसाखी, रमजान, अंबेडकर जयंती घर पर ही मनाने की बात कही।