मेरठ, एबीपी गंगा। कोरोना महामारी से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 15 जिलों के हॉट स्पॉट चिन्हित कर उन्हें पूरी तरीके से सील करने के आदेश दिए थे, जिन्हें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रात 12 बजे से पूरी तरह लागू कर दिया गया है। आपको बता दें इन 15 जिलों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 6 जिले शामिल किए गये हैं, जिसमे गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, शामली, बुलंद शहर और सहारनपुर हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन 6 जिलों में 37 हॉट स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें पूरी तरह से सील कर दिया गया है। जनता से अपील भी की गई है कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है, उनकी सुविधा का सभी सामान उनके घर तक प्रशासन खुद पहुंचाएगा। वहीं सील किए गए सभी हॉटस्पॉट की निगरानी प्रशासन ड्रोन कैमरे से कर रहा है ताकि हर गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।


हॉटस्पॉट सीलिंग को लेकर मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुये बताया कि पूरे जोन में 37 हॉट स्पॉट चिन्हित कर सील किए गए हैं, लेकिन कुछ अफवाहों को सोशल मीडिया पर देखकर लोग पैनिक हो गए थे, उन्हें लगा कि पूरे जिले को सील कर दिया जाएगा इसलिए लोग घरों से निकलकर सामान स्टोर करने लगे, लेकिन प्रशासन ने लोगों को समझाया और बताया कि कुछ स्पॉट हैं, जिन्हें चिन्हित किया गया है और उन्हीं को सील किया जाएगा। एडीजी ने बताया कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है, राशन, मेडिसिन व जो भी जरूरी सामान होगा उसे प्रशासन खुद उनके घर तक पहुंचाएगा। इसके लिए कंट्रोल रूम का नंबर भी लोगों को दिया गया है, साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है ताकि उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत हो तो वह प्रशासन और पुलिस से संपर्क कर अपनी समस्या बता सकें।


मेरठ में प्रशासन ने हॉटस्पॉट की संख्या बढ़ाई है। पहले 11 हॉट स्पॉट चिन्हित थे लेकिन अब 12 हॉट स्पॉट चिन्हित कर सील किए गए हैं।। वहीं मेरठ मंडलायुक्त का कहना है कि जो भी इलाके सील किए गए हैं, उनके हर घर की स्कैनिंग और पूरे इलाके को सैनिटाइज करने का काम शुरू कर दिया गया है। मरीजों की संख्या को देखते हुए उन्होंने दावा किया कि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में पीपी किट मौजूद है। वहीं पूरे मंडल में लॉक डाउन का शत प्रतिशत पालन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनता को परेशान होने की जरूरत नहीं है, उन्हें किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी, हर जरूरी सामान उनके घर पर प्रशासन मुहैया कराएगा।