UP News: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या बदली-बदली नजर आएगी. भगवान राम की नगरी अब सूर्य स्तंभ और श्रीराम स्तंभ से जानी जाएगी. प्राचीन संस्कृति को समेटे भगवान राम की नगरी त्रेता की अयोध्या को प्रदर्शित करेगी. अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र होगी. सूर्य स्तंभ, श्रीराम स्तंभ धर्मपथ, भक्ति पथ और राम पथ धर्म नगरी में होने का आभास कराएंगे. रामनगरी की शोभा बढ़ाने के लिए शहर में 40 सूर्य स्तंभ और 25 श्रीराम स्तंभ लगाए जाएंगे. सूर्य स्तंभ और श्रीराम स्तंभ श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र भी होंगे.
सूर्य स्तंभ और श्रीराम स्तंभ होंगे आकर्षण का केंद्र
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि पूरे शहर में 25 श्रीराम स्तंभ और 40 सूर्य स्तंभ लगाने का काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम सूर्यवंशी थे. इसलिए अयोध्या में सूर्य स्तंभ का विशेष महत्व है. श्रद्धा भाव उत्पन्न करने के लिए जगह-जगह सूर्य स्तंभ और श्रीराम स्तंभ लगाए जा रहे हैं. अयोध्या में पौराणिक महत्व को सजाने और संवारने का काम हो रहा है. अयोध्या आनेवाले श्रद्धालुओं के मन में श्रद्धा का भाव बनाए रखने की कवायद है.
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम
पौराणिक महत्व के सिंबल से भगवान राम की नगरी आगामी दिनों में सुसज्जित हो जाएगी. कमिश्नर अयोध्या गौरव दयाल ने कहा कि अयोध्या के प्रति आकर्षण बढ़ाने के लिए विशेष स्तंभ लगाए जा रहे हैं. बदलाव की कवायद में प्राचीन और धार्मिक मान्यताओं का ख्याल रखा जा रहा है. डिस्प्ले पूरे शहर में लगाया जाएगा. सूर्य स्तंभ और श्रीराम स्तंभ से अयोध्या खूबसूरत नजर आएगी. कमिश्नर ने बताया कि राम की नगरी को भगवान की गरिमा के अनुरूप सुसज्जित किया जा रहा है. बता दें कि मकर संक्रांति के बाद 22 जनवरी को भगवान रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की जोर शोर से तैयारी की जा रही है.