मिशन शक्ति कार्यक्रम का असर, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ 400 मामलों की पहचान, जल्द मिलेगा न्याय
अभियोजन निदेशालय ने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों से संबंधित 400 से अधिक मामलों में जल्दी न्यायिक कार्रवाई के लिए उनकी पहचान की है.
लखनऊ. यूपी में महिला सुरक्षा के लिए शुरू किए गए मिशन शक्ति कार्यक्रम का असर दिखने लगा है. इस कार्यक्रम के तीन दिन में ही अभियोजन निदेशालय ने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों से संबंधित 400 से अधिक मामलों में जल्दी न्यायिक कार्रवाई के लिए उनकी पहचान की है. अभियोजन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि 400 में से ज्यादातर 134 मामले "गंभीर प्रवृति" के हैं. इन मुकदमों की सुनवाई पूरी हो चुकी है.
अधिकारियों ने कहा, "हर स्तर से समन्वय के साथ हम इन मामलों को जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. हम इन मामलों की डेली रिपोर्ट के आधार पर निगरानी कर रहे हैं." अतिरिक्त महानिदेशक (अभियोजन) आशुतोष पांडे ने कहा कि त्वरित अभियोजन के साथ-साथ हमारी कोशिश ये है कि दोषियों को सजा भी मिले.
तीन दिनों में 14 दोषियों को फांसी की सजा बतादें कि मिशन शक्ति के तीन दिनों में महिलाओं और बच्चों से अपराध करने वाले 14 दोषियों को फांसी की सजा मिली है. इसके अलावा 20 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा मिली है. वहीं, 54 मामलों के 62 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई. सरकार ने बताया कि 101 शोहदों को 6 महीने के लिए जिला बदर भी किया गया.
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