Yamnotri Dham: चारधाम यात्रा शुरू होते ही तीन दिनों में यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) पहुंचने वाले श्रद्धालुओं (Devotees) की संख्या 400 के करीब पहुंच गई. यात्रियों को बेहतर सुविधा देना प्रशासन के लिए बड़ी चुनोती है. क्योंकि हाईकोर्ट (Highcourt) के निर्णय के दो दिन बाद ही चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) की विधिवत शुरुआत कर दी गई है. यमुनोत्री धाम में श्रद्धालु (Devotees in chardham) खूब उत्साह के साथ पहुंचकर मां यमुना के दर्शन कर रहे हैं, तो प्रशासन भी SOP के अनुसार ही श्रद्धालुओं को यमुनोत्री (Yamunotri) जाने के लिए पालन करवा रहा है. अब श्रद्धालुओं को उजाले में ही यमुनोत्री धाम के दर्शन करने होंगे, ऐसा प्रशासन ने निर्णय लिया है, और पुलिस को सख्ती के साथ यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए सड़क मार्ग के अंतिम पडाव जानकी चट्टी (Janki Chatti ) में मौखिक तौर से निर्देश दिए हैं.


बोल्डर का खतरा 


दरअसल, जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम के करीब छह किमी पैदल मार्ग में अलग अलग जगह पहाड़ी से बोल्डर आने का खतरा है. उजाले में भूस्खलन की स्थिति को देखा जा सकता है, लेकिन अंधेरे में पहाड़ी के भूस्खलन का कोई अंदेशा नहीं रहता, जिससे किसी भी घटना को रोकने के लिए प्रशासन ने यह कदम उठाया है.


सुबह छह बजे से 4 बजे तक यात्रा 


उपजिलाधिकारी बडकोट शालिनी नेगी ने बताया कि, पहाड़ी क्षेत्रों में रात्रि के समय सफर करना काफी खतरे से भरा होता है, और पुलिस को फॉलो करने के लिए कहा गया है. यमुनोत्री पैदल मार्ग में कुछ ऐसे पॉइंट्स है जो काफी रिस्की हैं, और अंधेरे में चलना मुश्किल है. यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए उजाले में ही सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक का समय नियत कर पुलिस को फॉलो करने को कहा गया है.



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