महाराजगंज, एबीपी गंगा। यहां जनपद में भारत-नेपाल सीमा पर क्वारंटीन किए गए 384 नेपाली नागरिकों में 5 गुरुवार की भोर में दीवार फांदकर भाग निकले। इन नागरिकों के भाग जाने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जिसके बाद सभी पांच नेपाली नागरिकों को पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए नेपाल की सीमा पर पकड़ लिया। पकड़े गए नागरिकों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें फिर से क्वारंटीन सेंटर भेज दिया गया है।


दरअसल, कोरोना को लेकर जब लॉकडाउन की घोषणा हुई तो विभिन्न राज्यों में रोजगार के बंद होने के चलते नेपाली नागरिक अपने देश वापस लौटने लगे। लेकिन सरकार ने लॉकडाउन के साथ ही देश की सीमाओं को भी सील कर दिया। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने करीब 384 नेपाली नागरिकों को नौतनवां और सनौली इलाके के विभिन्न स्कूलों में क्वारंटीन किया।


सरकार ने इनके स्वास्थ्य जांच करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उनके रहने एवं खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। लगभग 20 दिन से ज्यादा बीत जाने के बाद भी यह सभी नेपाली नागरिक क्वॉरेंटाइन केंद्रों में ही रह रहे हैं।


गुरुवार सुबह भाग निकले पांच लोग
वहीं, गुरुवार की भोर में पांच नेपाली नागरिक नौतनवां के एक स्कूल में बने क्वारंटीन सेंटर से दीवार कूदकर भाग निकले। जिसके बाद पुलिस एवं प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। घटना की जानकारी के बाद सीमा क्षेत्र में पुलिस एवं एसएसबी की सतर्कता बढ़ा दी गई। पुलिस ने जल्द ही सीमा क्षेत्र में घेराबंदी कर सभी नेपाली नागरिकों को धर दबोचा।


क्वारंटीन केंद्र से भागे नेपाली नागरिक का कहना है कि उन्हें 14 दिनों तक यहां रहने के लिए कहा गया था लेकिन करीब तीन हफ्ते के बाद भी वे यहीं फंसे हैं। उसने कहा कि वह जल्द से जल्द घर लौटना चाहते हैं।