Coronavirus कोरोना महामारी से लड़ने के लिये एक महीने में बनेगा हरिद्वार में 500 बिस्तर का अस्पताल
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये सरकार युद्ध स्तर पर तैयारी कर रही है। इस कड़ी में हरिद्वार में सरकार एक बड़े अस्पताल के निर्माण की योजना पर काम कर रही है
हरिद्वार, एबीपी गंगा। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते ही सही आखिर अब काफी अरसे बाद धर्मनगरी हरिद्वार को एक मेडिकल कॉलेज के साथ 500 बेड के हॉस्पिटल की सौगात मिली है। इस मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए हरिद्वार में अधिकारियों ने इसकी रूप रेखा तैयार करनी शुरू कर दी है और इसी क्रम में आज हरिद्वार जिलाधिकारी सी रविशंकर ने सीबीआरआई के डायरेक्टर के साथ स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, पीडब्लूडी समेत अन्य संबंधित विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मेडिकल कॉलेज के निर्माण को लेकर बैठक की। अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश भी दिये, वहीं इस कार्य को पूरा करने के लिए एक टेक्निकल एडवायजरी कमेटी का गठन भी किया गया है और यह कार्य कोरोना वायरस के चलते महीने भर के समय में पूरा किया जाना है।
मेडिकल कॉलेज और 500 बेड के हॉस्पिटल के निर्माण पर जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि एक मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए स्वीकृति मिली है। कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए काफी कम समय में इसका निर्माण किया जाना है। इसमें पहली प्राथमिकता में 500 बेड के अस्पताल का निर्माण किया जाना है। इस निर्माण में सीबीआरआई, आईआईटी रुड़की द्वारा इसमे सहयोग किया जाएगा। बैठक में हॉस्पिटल के निर्माण के विषय में विचार विमर्श किया गया है, उपलब्ध समय में इस निर्माण कार्य को पूरा करने की कोशिश की जाएगी। कोरोना वायरस के मद्देनजर टीडीएस में इस हॉस्पिटल का निर्माण किया जाना एक बड़ी चुनौती है। 500 बेड का हॉस्पिटल बनना है यह हॉस्पिटल प्रिफैब बनाना भी एक चुनौती है।
हरिद्वार में हॉस्पिटल निर्माण को लेकर पिछले काफी समय से हरिद्वार वासियों की मांग चली आ रही थी, विभिन्न कारणों की वजह से यह मांग हर बार लंबित रह जाती थी। अब कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हरिद्वार में मेडिकल कॉलेज के साथ 500 बेड के हॉस्पिटल के निर्माण की स्वकृति मिली है। लेकिन कम समय मे इस बड़े प्रोजेक्ट को पूरा करना स्थानीय प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।