Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा चाहे वह निजी हो या सरकारी की लापरवाही पर आए दिन सवाल उठते रहते हैं. यहां लापरवाही और इलाज में देरी कोई नई बात नहीं है. ताजा मामला मेरठ का है. मेरठ (Meerut) में इंजेक्शन लगते ही बच्चे की मौत का मामला सामने आया है. बच्चे की उम्र 6 साल थी. उसके परिजनों ने यह आरोप लगाया है. इसे लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की. 


डॉक्टर ने लगाया इंजेक्शन 
मामला मेरठ के खरखौदा के उल्धन गांव का है. घटना के तुरंत बाद ही बच्चे के परिजन इकट्ठे हो गए. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया. यहां उल्धन गांव के रहने वाले एक शख्स के बेटे को बुखार हो गया था. बच्चे का बुखार ठीक नहीं हो रहा था. इसके बाद अचानक उसके पेट में तेज दर्द होने लगा. बच्चे की हालत बिगड़ती देख परिजन उसे लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे. इसके बाद डॉक्टर ने उसके स्वास्थ्य की जांच की और उसे एक इंजेक्शन लगा दिया. 


इजेक्शन लगाने के बाद बच्चे की हालत और भी खराब होने लगी. तमाम कोशिश करने के बाद भी उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था. परिजन इसकी वजह से काफी घबरा गए. इसके बाद आनन-फानन में उसके परिजन उसे लेकर खरखौदा में एक डॉक्टर के यहां भागे. यहां डॉक्टर ने जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया. इससे परिजन काफी नाराज हो गए और हंगामा करने लगे.


पुलिस ने काफी समझाया
विवाद बढ़ता देख घटना की सूचना पुलिस को दी गई. इसके बाद तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस द्वारा काफी समझाने के बाद मामला शांत कराया जा सका. शव का पंचनामा भरे जाने के बाद परिजन शव को लेकर गांव चले गए. पुलिस मामले की जांच कर रही है. अभी तक थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. 


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