गोरखपुर में घाघरा, रोहिन, राप्‍ती के बाद गोर्रा नदी के खतरे निशान पार करने के बाद से 60 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. नदियां उफान पर आईं, तो खेतों के साथ आवागमन का मार्ग भी बाधित हो गया.


यही वजह है कि गांव में लोगों की मदद के लिए नाव भी लगानी पड़ी. 30 हजार लोगों की आबादी प्रभावित हुई, तो बाढ़ प्रभावित गांवों और डूबे हुए शहर के निचले इलाकों का जायजा लेने के लिए गोरखपुर के जिलाधिकारी, एनडीआरएफ और जिला आपदा विशेषज्ञ और अन्‍य अधिकारियों के साथ बोट से बाढ़ग्रस्‍त क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए निकल पड़े.


गली-गली में जाकर घरों की स्थिति का जायजा लिया


गोरखपुर के शहर से सटे बहरामपुर, उत्‍तरी कोलिया, राजघाट, खिरवनिया, हनुमानगढ़ी, मुंडेरी चक, हनुमान चक, अमरुद मंडी, चकरा अव्वल, छपरा तोएम तिलोनिया, कठोर, पिपरी गांव, चनव गांव, बाघागाढ़ा गांवों का बोट से जायजा लिया. इस दौरान एनडीआरएफ के इंस्‍पेक्‍टर डीपी चंद्रा, तहसीलदार सदर लालजी विश्वकर्मा, राजस्व  निरीक्षक नगर (प्रद्युम्न सिंह) सिंचाई विभाग की टीम भी मौजूद रहे.


दौरे के दौरान उन्होंने क्षेत्र की गली-गली में जाकर घरों की स्थिति का भी जायजा लिया. गोरखपुर में 19 अगस्‍त की शाम 4 बजे तक राप्ती नदी बर्डघाट पर खतरा बिंदु 74.98 आरएल मीटर से 0.68 आरएल मीटर ऊपर 75.660 आरएल मीटर पर बह रही है. रोहिन नदी त्रिमुहानी घाट पर खतरा बिंदु 82.44 आरएल मीटर से 0.86 आरएल मीटर ऊपर 83.340 आरएल मीटर पर बह रही है. कुआनो नदी मुखलिसपुर में खतरा बिंदु 78.65 आरएल मीटर से 1.35 आरएल मीटर नीचे 77.340 आरएल मीटर पर बह रही है.


30 हजार की आबादी प्रभावित है


घाघरा नदी अयोध्या पुल पर खतरा बिंदु 92.73 आरएल मीटर से 0.02 मीटर ऊपर 92.750 आरएल मीटर पर बह रही है. तुर्तीपार में खतरा बिंदु 64.01 मीटर से .46 आरएल मीटर ऊपर 64.470 पर बह रही है. गोर्रा नदी पिण्डारा में खतरा बिंदु 70.50 से 0.15 आरएल मीटर ऊपर 70.650 आरएल मीटर पर बह रही है. गोरखपुर के जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि इस बीच  51 गांव बाढ़ से घिर गए हैं. 30 हजार की आबादी प्रभावित है. इसमें सदर के 17, कैंपियरगंज में 12, सहजनवा में 7, चौरीचौरा में 1, गोला में 10,  बांसगांव में 2, खजनी में 2 गांव बाढ़ से घिर गए हैं.


रोहिन और राप्‍ती नदी की बाढ़ से घिरे गांव में छोटी-बड़ी कुल 87 नाव राहत के लिए लगाई गई है. इसमें सर्वाधिक सदर में 58, सहजनवा में 9, कैंपियरगंज में 4, गोला में 11, बांसगांव में 3, चौरीचौरा में 01 और खजनी में 1 नाव लगी है. पांच मेडिकल टीम को तैनात किया गया है. 169 लोगों का उपचार हो चुका है क्लोरीन की 2045 गोलियां और 72 ओआरएस बांटा गया है इसके अलावा 805 राशन किट उपलब्ध कराई गई है.


राहत सामग्री तत्काल उपलब्ध कराये जाने का भी निर्देश दिए गए


डीएम विजय किरण आनंद ने बताया कि उसमें रह रहे लोगों को तत्काल राहत कैंपों में पहुंचाया जा रहा है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों को राहत सामग्री तत्काल उपलब्ध कराये जाने का भी निर्देश दिए गए हैं. नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जिन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी भर गया है, उन क्षेत्रों में समुचित साफ-सफाई के बाद आवश्यक दवाओं का छिड़काव सुनिश्चित किया जाए. टीम अत्याधुनिक बाढ़ बचाव उपकरण, कटिंग टूल्स व उपकरण, संचार उपकरण, मेडिकल फर्स्ट रिस्पांडर किट, डिप डाइविंग सेट, इनफ्लैटेबल लाइटिंग टावर आदि से लैस है.


यह भी पढ़ें.


Maharashtra News: गडकरी की चिट्ठी पर सीएम ठाकरे बोले- आप बहुत मीठी बात करते हैं लेकिन कठोर तरीके से लिखते हैं