Lucknow Shikshak Bharti Protest: बेसिक शिक्षा विभाग में भर्ती की मांग कर रहे अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार जारी है. आज अभ्यर्थियों के एक अन्य समूह ने बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव किया. मौके पर पहुंची पुलिस से उनकी झड़प भी हुई. अभ्यर्थियों के अनुसार पुलिस ने उन्हें गालियां देने के साथ ही मुकदमे दर्ज करने की धमकी दी. ये अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 97 हज़ार पदों पर नई भर्ती लाने की मांग कर रहे हैं. 


अजय कुमार लल्लू ने कही बड़ी बात 
अभ्यर्थियों के अलग-अलग समूह भर्ती की मांग लेकर सड़कों पर हैं. इससे पहले हाल ही में 69 हज़ार पदों की भर्ती में आरक्षण घोटाले का आरोप लगाने वाले और 68500 की भर्ती के रिक्त बचे 22 हज़ार पदों को 69 हज़ार की भर्ती में जोड़ने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने भी मुख्यमंत्री आवास से लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री तक के आवास का घेराव किया था. आज नई भर्ती की मांग कर रहे अभ्यर्थी मत्री के आवास का घेराव करने पहुंच गए. पुलिस ने इनको हटाया तो अभ्यर्थी वापस बेसिक शिक्षा निदेशालय पर आकर धरने पर बैठ गए. यहीं इनका पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा है. वहीं विपक्षी दल अब इन अभ्यर्थियों साथ खड़े नजर आ रहे है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने तो यहां तक कह दिया है कि उनकी सरकार आई तो एक हफ्ते में भर्ती करेंगे. 


जानें- क्या हैं मुद्दे


मुद्दा 1: 69 हज़ार शिक्षक भर्ती के आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी पिछले कई दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. ये अभ्यर्थी इस भर्ती में आरक्षण घोटाले के आरोप लगा रहे हैं. 5 जुलाई को इनकी मुलाकात बेसिक शिक्षा मंत्री से हुई थी. मंत्री ने अभ्यर्थियों के सामने सारे आंकड़े रखे और कहा कि कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई. मंत्री ने कहा था की राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट मंगाकर जो भी जवाब होगा दिया जाएगा. इसके बाद 6 जुलाई को सीएम योगी ने बेसिक शिक्षा मंत्री से कहा था कि जब पूरी भर्ती पारदर्शी है तो ये हंगामा क्यों. फिलहाल, अब तक अभ्यर्थी विभाग के जवाब का ही इंतज़ार कर रहे हैं. 


मुद्दा 2: अभ्यर्थियों का एक समूह कह रहा कि वर्तमान सरकार की 68500 पदों की भर्ती में करीब 22 हज़ार पद खाली रह गए थे. इन पदों को 69 हज़ार भर्ती में जोड़ा जाए और जो 69 हज़ार की भर्ती में मानक पूरे करते हैं उनको नियुक्ति दी जाए.  इस पर मंत्री का कहना है कि दोनों भर्तियां अलग हैं. उनके क्वालीफाइंग मार्क्स अलग हैं इसलिए एक के बचे पद नियमानुसार दूसरे में नहीं जोड़ सकते. यानी साफ है कि ये मांग पूरी होती नही दिख रही. अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना प्रदर्शन भी किया था.


मुद्दा 3: अभ्यर्थियों का एक समूह बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की 97 हज़ार नई भर्ती लाने की मांग कर रहा है. इनका कहना है कि प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक केस में 51112 पद खाली होने का हलफनामा लगाया था. इसके अलावा 68500 की भर्ती में करीब 22 हज़ार पद खाली रह गये थे. साथ ही हर साल करीब 10 से 15 हज़ार शिक्षक रिटायर हो रहे हैं. प्रदेश में लाखों TET और CTET उत्तीर्ण युवा हैं इसलिए 1 लाख पदों की नई भर्ती निकाली जाए. इसे लेकर आज अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास घेराव किया था जहां से पुलिस ने उन्हें हटाया. नई भर्ती कब और कितने पदों पर आएगी ये फैसला सरकार को लेना है. यही वजह है कि बेसिक शिक्षा मंत्री या अधिकारी कुछ नहीं कह सकते हैं. 


मुद्दा 4: सपा सरकार में 2016 में 12460 पदों की भर्ती आयी थी. इस भर्ती की प्रक्रिया वर्तमान सरकार में आगे बढ़ाई गई लेकिन बीच मे कुछ तकनीकी वजह से मामला हाईकोर्ट चला गया. तब तक लगभग 6000 पदों पर भर्ती पूरी हो चुकी थी. बाकी करीब 6500 पदों पर भर्ती अभी फंसी है. इसे लेकर अभ्यर्थी हंगामा कर रहे हैं कि मामले का कोर्ट से जल्द निस्तारण कराया जाए, इसमे मंत्री का कहना कि मामले का कोर्ट से निस्तारण होते ही प्रक्रिया आगे बढ़ाएंगे. 


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