लखनऊ: उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए 10 उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं. इनमें 8 भाजपा, 1 सपा और 1 बसपा के उम्मीदवार शामिल हैं. भाजपा से हरदीप सिंह पुरी, अरुण सिंह, हरिद्वार दुबे, बृजलाल, नीरज शेखर, गीता शाक्य, बीएल वर्मा और सीमा द्विवेदी राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए हैं. समाजवादी पार्टी से डॉ रामगोपाल यादव और बसपा से रामजी गौतम राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए हैं.
बढ़ जाएगी भाजपा के सदस्यों की संख्या
राज्यसभा में अभी भाजपा के पास 86 सांसद हैं. आगामी 25 नवंबर तक भाजपा के 3 सांसदों का कार्यकाल पूरा हो रहा है. ऐसे में यूपी से 8 सांसदों के राज्यसभा पहुंचने के बाद उच्च सदन में भाजपा की सदस्य संख्या 86 से बढ़कर 91 हो गई है. वहीं, कांग्रेस का आंकड़ा 38 के पास पहुंच गया है, जबकि एनडीए की संख्या 111 पहुंच गई है. ये बहुमत के आंकड़े से सिर्फ 10 सीट दूर है.
कांग्रेस के हाथ खाली
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, अरुण सिंह और नीरज शेखर का कार्यकाल 25 नवंबर को पूरा हो रहा था. अब ये तीनों निर्विरोध चुन लिए गए हैं. वहीं चार सांसद सपा से (सांसद चंद्रपाल सिंह यादव, राम गोपाल यादव, राम प्रकाश वर्मा और जावेद अली खान) हैं, जबकि बसपा के दो सांसदों राजाराम और वीर सिंह का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. वहीं, कांग्रेस के पीएल पुनिया का भी कार्यकाल खत्म हो रहा है. लेकिन सपा और बसपा से सिर्फ एक-एक सांसद ही राज्यसभा पहुंच सके हैं. वहीं कांग्रेस को खाली हाथ रहना पड़ा है.
प्रकाश बजाज का नामांकन हुआ था खारिज
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि उनकी पार्टी ने राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार प्रकाश बजाज का समर्थन इसलिए किया ताकि भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के आपसी समझौते को उजागर किया जा सके. राज्यसभा चुनाव में मंगलवार को समाजवादी पार्टी की तरफ से समर्थित निर्दलीय प्रकाश बजाज ने नामांकन का समय समाप्त होने के कुछ ही मिनट पहले अपना नामांकन पत्र भरा था. हालांकि, एक दिन बाद ही जांच के दौरान निर्वाचन अधिकारी ने उनके नामांकन पत्र को खारिज कर दिया था.
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