UP News: पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL ) के अफसरों की इन दिनों नींद उड़ी हुई है. नींद उड़े भी क्यों नहीं जब टारगेट बड़ा हो और हासिल करना मुश्किल लग रहा हो. बात ऐसी है कि बिजली उपभोक्ता 9 हजार करोड़ रुपया दबाए बैठे हैं. मेरठ में ही 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का उपभोक्ताओं पर बिजली का बकाया है. बिजनौर में 800 करोड़ रुपए से ज्यादा बिजली बिल का भुगतान नहीं हुआ है. पश्चिमांचल के 14 जिलों में 40 लाख बिजली उपभोक्ता 9 हजार करोड़ रुपया दबाए बैठे हैं.


बिजली विभाग का करोड़ों दबाए बैठे हैं उपभोक्ता


बकाए की वसूली के लिए पीवीवीएनएल एमडी चेत्रा वी ने अफसरों को टारगेट दिया है. टारगेट से अफसरों की रात की नींद और दिन का सुकून छिन गया है. उनको समझ नहीं आ रहा है कि आखिर करोड़ों में बकाए रकम की वसूली कैसे की जाए. अफसरों को कहा गया है कि बिजली उपभोक्ताओं से सख्त रवैया अपनाएं. बिजली बकाया की राशि को सख्ती से वसूला जाए. पांच-पांच दिन हर जोन में अभियान चलाकर बकाए की वसूली करें. चेतावनी का पालन नहीं करने पर उपभोक्ताओं का बिजली कनेक्शन काट दें. बिजली विभाग के टारगेट ने अफसरों को बेचैन कर दिया है.


अफसरों को सख्ती से बकाया वसूली का टारगेट


अफसर कार्य योजना बनाकर बकाया वसूली की तैयारियों में जुट गए हैं. बता दें कि बिल का भुगतान नकदी, चेक के साथ साथ डिमांड ड्राफ्ट (डीडी) से भी होता है. उपभोक्ताओं को बिल का भुगतान ऑनलाइन करने की भी सुविधा उपलब्ध है. ऐसे में उपभोक्ताओं की लापरवाही भारी पड़ सकती है. बिजली विभाग की तरफ से मिली सुविधा का फायदा नहीं उठाने पर उपभोक्ताओं को अंधेरे में रहना पड़ सकता है. सख्ती से बकाया वसूली का टारगेट मिलने के बाद अफसर उपभोक्ताओं को बखशने के मूड में नहीं हैं. 


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