UP के इस शहर में मालदीव की तर्ज पर बनाया जाएगा तैरता हुआ रेस्टोरेंट, पर्यटक इन सुविधाओं का भी ले सकेंगे आनंद
Prayagraj News: इस रेस्तरां को स्मार्ट सिटी के माध्यम से धन उपलब्ध कराया जा रहा है, इसे क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी यूपीएसटीडीसी को दी गई है. यह रेस्तरां साल में 9 महीने पर्यटकों के लिए खुला रहेगा.
Prayagraj Floating Restaurant News: मालदीव की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तैरता रेस्तरां बनाया जाएगा. इसके साथ ही प्रदेश का पहला तैरता रेस्तरां (Floating Restaurant) बनाने की तैयारी संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में शुरू हो गई है. लगभग पांच करोड़ की लागत से यमुना तट पर यह रेस्तरां बनाया जाएगा. इस संबंध में बुधवार को यहां हुई मंडलायुक्त की बैठक में सहमति प्रदान की गई.
साल के 9 महीने खुला रहेगा रेस्टोरेंट
कमिश्नर कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, इस रेस्तरां को स्मार्ट सिटी के माध्यम से धन उपलब्ध कराया जा रहा है और इसे क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी यूपीएसटीडीसी को दी गई है. यह रेस्तरां साल में नौ महीने पर्यटकों के लिए खुला रहेगा. वहीं, बाढ़ के दिनों में तीन महीने के लिए इसे किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा.
यमुना तट को इन सुविधाओं से किया जाएगा लैस
यमुना तट पर तैरता रेस्तरां के अलावा, बोट शेड, एक स्लिप-वे, लोगों को एक साथ नौकायन करने की सुविधा के लिए दो कैटामारन, आपातकालीन स्थितियों में लोगों को बचाने के लिए दो स्पीड बोट, पर्याप्त संख्या में लाइफ जैकेट और लाइफ गार्ड्स की भी व्यवस्था की जा रही है.
इसी वर्ष बनकर तैयार हो जाएगा रेस्टोरेंट
दरअसल, विश्व के कई बड़े शहरों में नदियों के तटों के विकास से प्रेरणा लेते हुए प्रयागराज में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यमुना नदी के तट पर उत्तर प्रदेश का पहला तैरता रेस्तरां बनाने पर बुधवार को मुहर लगाई गई. मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में हुई पर्यटन विभाग की बैठक में सहमति बनी कि इस रेस्तरां के संचालन की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन एवं विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) को दी गई है. इसे बनाने से पूर्व एनजीटी और अन्य संबंधित विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया जाएगा. इस रेस्तरां को इस वर्ष बाढ़ से पहले तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है.
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