आगरा. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है. आंदोलन को लेकर जाट समाज बीजेपी से नाराज बताया जा रहा है. इसी नाराजगी को दूर करने के लिए बीजेपी ने इमोशनल कार्ड खेला है. आगरा का फव्वारा चौक महान योद्धा वीर गोकुल सिंह जाट के नाम पर होगा. चौक का नाम बदलकर वीर गोकुला चौक रखा जाएगा. इसके अलावा शहर में उनकी अष्ट धातु की एक विशाल प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी. महापौर नवीन जैन ने इसकी घोषणा की है.


महापौर ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि नगर निगम सदन में यह प्रस्ताव लाया जायेगा और फव्वारा चौक को वीर गोकुला जाट चौक के नाम से जाना जाएगा. वहीं, सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि समाज की मांग पर महापौर ने गोकुल सिंह जाट की स्मृति में उनके शहादत स्थल का नाम परिवर्तन व भव्य प्रतिमा स्थापित करने की जो घोषणा की है. यह केवल जाट समाज ही नहीं बल्कि समस्त हिंदू समाज, किसान भाइयों के लिए गर्व की बात है. पर्यटन नगरी आगरा में आने वाला देश-विदेश का पर्यटक महान योद्धा गोकुल सिंह जाट की गाथा को भली भांति जान सकेगा.


गोकुल सिंह ने किया था मुगलों की नाक में दम
गोकुल सिंह का जन्म 17वीं शताब्दी में बृज क्षेत्र में हुआ था. उस समय मुगल शासकों ने लगभग पूरे देश पर अपना शासन कर लिया था, लेकिन उत्तर प्रदेश का बृज क्षेत्र उन्हें हमेशा चुनौती देता रहा. उसकी एकमात्र वजह थी महान योद्धा गोकुल सिंह जाट. दिल्ली में बैठे मुगल शासकों ने कई बार युद्ध करके, छल-कपट का सहारा लेकर गोकुल सिंह जाट को हराने की कोशिश की, लेकिन गोकुल सिंह जाट की वीरता के आगे उनकी एक न चली. जब कोई भी मुगल सेनापति उन्हें परास्त नहीं कर सका तो अंत में सम्राट औरंगजेब को स्वयं एक विशाल सेना लेकर युद्ध लड़ना पड़ा और गोकुल सिंह को सपरिवार बंदी बनाकर बृज क्षेत्र पर कब्जा किया.


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