Ghaziabad JE Bribe: मेरठ की एंटी करप्शन यूनिट ने गाजियाबाद में गुरुवार (19 जनवरी) को ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के जेई सुभाष चंद्र शर्मा को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा. 17 लाख रुपये का बिल पास करने की एवज में ठेकेदार से ये रिश्वत ली गई थी. एंटी करप्शन इंस्पेक्टर की ओर से थाना कविनगर में आरोपी जेई के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है.


बिल पास कराने के लिए मांगी 3 लाख रुपये की रिश्वत


मेरठ के मोदीपुरम निवासी राहुल गुप्ता ठेकेदार हैं और श्री गणेश सीमेंट एजेंसी नाम से उनकी फर्म है. इस फर्म को गाजियाबाद में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग से मुख्यमंत्री आर्थिक विकास योजना के तहत नाली-खड़ंजे और सड़क बनाने के ठेके मिले हुए हैं. राहुल गुप्ता के अनुसार, मुरादनगर क्षेत्र में उन्होंने अप्रैल महीने में काम पूरा किया. डीएम द्वारा गठित गुणवत्ता कमेटी ने इस काम की दो बार ओके रिपोर्ट तक दी. इसके बावजूद उनका 17 लाख रुपये का एक बिल पास नहीं किया जा रहा था. ठेकेदार के मुताबिक, जेई सुभाष चंद्र शर्मा ने इस बिल को पास कराने की एवज में 3 लाख रुपये रिश्वत मांगी, एक लाख रुपये पर बात बन गई. जेई ने गुरुवार को रिश्वत के लिए ठेकेदार को बुलाया था.


एंटी करप्शन यूनिट ने रंगे हाथों धर दबोचा


गाजियाबाद में विकास भवन के सामने कई सारी कैंटीन बनी हुई हैं. इसी कैंटीन में एक कुर्सी पर बैठे जेई सुभाष चंद्र शर्मा ने ठेकेदार राहुल को एक लाख रुपये रिश्वत लेकर बुलाया था. इधर राहुल ने पहले ही एंटी करप्शन टीम को सूचित कर दिया था. पहले से बनाए गए जाल के मुताबिक, राहुल ने जैसे ही जेई को रकम थमाई, वैसे ही एंटी करप्शन यूनिट ने जेई को रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा. टीम अब आरोपी जेई को कविनगर थाने में ले गई है. यहां उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है.


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