मुरादाबाद में नकली दारोगा ने इस तरह ठगे 25 हजार रुपये, फोन पर कहा मैं SI बोल रहा हूं...
शातिर ठग इतना चालाक था कि उसने अनीस के एक परिचित अशरफ को कॉन्फ्रेंसिंग कॉल पर लेकर ये विश्वास भी दिला दिया कि वो थाना गलशहीद में तैनात है. अनीस ने दारोगा की बात में आकर एक लिंक पर क्लिक किया और 25 हजार रुपये गंवा बैठा.
मुरादाबाद. बदलते जमाने में अब ठग भी हाईटेक हो गए हैं. लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं. मुरादाबाद में एक ठग ने दारोगा बनकर कॉमन सर्विस सेंटर संचालक को 25 हजार रुपये का चूना लगा दिया. मामला कोतवाली सदर क्षेत्र का है. पीड़ित अनीस इलाके में कॉमन सर्विस सेंटर चलाता है. ठग ने खुद को मुरादाबाद के थाना गलशहीद में तैनात दारोगा बताया था. शातिर ठग इतना चालाक था कि उसने अनीस के एक परिचित अशरफ को कॉन्फ्रेंसिंग कॉल पर लेकर ये विश्वास भी दिला दिया कि वो थाना गलशहीद में तैनात है. अनीस ने दारोगा की बात में आकर एक लिंक पर क्लिक किया और 25 हजार रुपये गंवा बैठा.
फोन पर कहा- "गलशहीद थाने से दारोगा बोल रहा हूं" कॉमन सर्विस सेंटर चलाने वाले अनीस का मोबाइल रिचार्ज करने समेत बिजली बिल, पानी के बिल सहित ऑनलाइन पेमेंट ट्रांसफर करने का काम है. अनीस के पास रविवार सुबह एक शख्स का कॉल आया था. आरोपी ने खुद को गलशहीद थाने में तैनात एसआई बताया. अनीस के मुताबिक, आरोपी ने उससे कहा था कि उसके 25 हजार रुपये अनीस के अकाउंट में आएंगे और उसे निकालकर वो दे दें. अनीस ने जब बिना जान-पहचान के इस ट्रांजेक्शन को करने से मना कर दिया तो आरोपी ने अनीस के ही एक परिचित अशरफ को मोबाइल कांफ्रेंस पर लेकर उससे से बात कराई. दारोगा की बातों में आकर अनीस ने उसके द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक कर दिया. इस तरह से उसके खाते से 25 हजार रुपये कट गए.
शक होने पर अशरफ से किया संपर्क अनीस को जब अपने साथ ठगी का एहसास हुआ तो वो फौरन अपने परिचित अशरफ के पास गया. अशरफ ने बताया कि उसे डेढ़ साल पहले एक दारोगा जी मिले थे, वो तब थाना कटघर में तैनात थे. उसे लगा उन्हीं दारोगा जी ने कॉल किया है. तब उसने अनीस से बोल दिया कि वो उन्हें जानता है. इसी भरोसे में आकर अनीस ने ठगों द्वारा भेजे गए गूगल पे लिंक पर क्लिक कर दिया था.
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