Haridwar Buddha Purnima 2022 : बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) के अवसर पर तीर्थ नगरी हरिद्वार (Haridwar) में गंगा (Ganga) स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे हुए हैं. इसे देखते हुए आधी रात से ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. ऐसी मान्यता है कि बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा में डुबकी लगाने और गंगा की पूजा-अर्चना करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.


बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर गंगा स्नान करने के लिए रात से ही श्रद्धालुओं का हर की पौड़ी पहुंचना शुरू हो गया था और उनके आने का सिलसिला जारी है. वहीं, प्रशासन ने संपूर्ण मेला क्षेत्र को 6 जोन और 18 सेक्टर में विभाजित कर अधिकारियों को तैनात कर दिया है. पुलिस प्रशासन का कहना है कि अभी तक हजारों भक्तों ने गंगा में स्नान किया है. 


हरिद्वार में गंगा स्नान को देखते हुए यातायात को लेकर भी खास इंतजाम किए गए हैं. पूर्णिमा के दिन दिल्ली-मेरठ-मुजफ्फरनगर से होते हुए हरिद्वार आने वाले यात्रियों के हल्के वाहनों को डायवर्ट किया गया है. वे अपने वाहन मंगलौर से डायवर्ट करके रूड़की बाईपास होते हुए हरिद्वार जाना पड़ रहा है. इसके अलावा यमुनानगर-सहारनपुर से हरिद्वार आने वाले वाहनों को भी डायवर्ट किया गया है. वे भगवानपुर से इमलीखेड़ा से बहादराबाद होते हुए हरिद्वार पहुंचन रहे हैं.


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बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है. बता दें कि बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध का जन्म आज ही के दिन हुआ था. इन्हीं भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त कर समाज को नई दिशा प्रदान की थी. भगवान बुद्ध से ज्ञान की  प्राप्ति के लिए बौद्ध धर्मावलंबियों और हिंदू धर्म के लोग उनकी अराधना करते हैं. सनातन धर्मं के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है. हिंदू कैलेंडर में आज के दिन दान का विशेष महत्त्व है और माना जाता है कि गंगा में स्नान करने से वह सबकी मनोकामना पूरी करती हैं.


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