नई दिल्ली, एबीपी गंगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव में देर से वोटिंग प्रतिशत को लेकर आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किये हैं। हालांकि वोटिंग खत्म होने के 24 घंटे बाद रविवार देर शाम आयोग ने मत प्रतिशत जारी करते हुये इस पर अपनी सफाई दी है। चुनाव आयोग की ओर से रविवार शाम को हुई प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि इस बार दिल्ली में 62.59 फीसदी वोटिंग हुई है। चुनाव आयोग ने कहा है कि हर बूथ से वोटिंग की डिटेल जुटाए जाने के बाद फाइनल आंकड़ा जारी किया गया है। चुनाव आयोग ने कहा कि शनिवार को देर शाम तक वोटिंग होती रही, जिसके चलते हर बूथ से आंकड़े जुटाने में वक्त लगा।


इससे पहले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए थे कि वोटिंग खत्म होने के इतने समय बाद तक मत प्रतिशत का आंकड़ा क्यों नहीं जारी किया गया है। वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर सवाल उठाए हैं कि आखिर चुनाव आयोग ने वोटिंग के इतने समय बाद भी मत प्रतिशत क्यों नहीं जारी किए हैं। एबीपी न्यूज से बातचीत में आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रविवार को कहा कि अभी तक चुनाव आयोग मतदान का प्रतिशत क्यों नहीं बता पाया है। 24 घंटे का वक्त बीत चुका है। हमने ईवीएम टेम्परिंग की तो कोई बात ही नहीं की, मनोज तिवारी क्यों कह रहे हैं उन्होंने कुछ गलत किया है तो बता दें।


चुनाव आयोग को हम सारी जानकारी दे चुके हैं। संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'मेरे ख्याल में हिन्दुस्तान के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब चुनाव आयोग ने नहीं बताया कि दिल्ली में वोटिंग का प्रतिशत कितना रहा। लोकसभा के भी चुनाव हुए हैं, उस समय भी चुनाव आयोग ने उसी दिन वोटिंग का प्रतिशत बता दिया था।' उधर, सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी कहा है कि यह काफी चौंकाने वाली बात है। मनीष सिसोदिया ने तंज कसते हुए कहा कि क्या मतदान का फाइनल आंकड़ा भाजपा ऑफ़िस से मिलना है चुनाव आयोग को? संजय सिंह ने कहा कि, '70 साल के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि चुनाव आयोग वोटिंग का प्रतिशत तक बताने को तैयार नहीं है। इसका मतलब कहीं कुछ पक रहा है, कहीं दाल में कुछ काला है। कोई खेल चल रहा है अंदर-अंदर क्योंकि मत का प्रतिशत बताना बेहद सामान्य बात है।'