प्रयागराज: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अयोध्या में पांच अगस्त को होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह को लेकर कई सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि भूमि पूजन समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोरोना की दूसरी गाइडलाइंस का पालन कराना सरकार और आयोजकों के लिए बड़ी चुनौती होगी.
संजय सिंह के मुताबिक कोरोना के मुश्किल दौर में जहां एक तरफ सभी धार्मिक गतिविधियां बंद हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने अपने फायदे वाले किसी भी काम को बंद नहीं किया है. उनका कहना है कि अयोध्या में इन दिनों बड़ी तादात में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद वहां भीड़ जुटाई जा रही है.
संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि यूपी सरकार कोरोना की रोकथाम करने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है. सूबे में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार न तो हर जिले में टेस्टिंग लैब शुरू कर पाई है और न ही अस्पतालों और दूसरे मेडिकल संसाधनों को बढ़ा पाई है. उनके मुताबिक कोरोना की टेस्टिंग न कराकर आंकड़े कम दिखाने की बाजीगरी अब भारी पड़ती जा रही है.
संजय सिंह का कहना है कि सीएम योगी न तो विशेषज्ञों से बात कर रहे हैं और न ही परेशान लोगों से. उन्होंने जो टीम इलेवन बनाई है, उसमें न तो स्वास्थ्य मंत्री शामिल हैं और न ही कोई एक्सपर्ट. ऐसा लगता है कि ग्यारह लोगों की टीम क्रिकेट मैच खेलने के लिए बनाई गई है. कोविड ट्रीटमेंट और क्वारंटीन सेंटर्स में जबरदस्त बदहाली है.
संजय सिंह ने योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की तरफ से अपने मोहल्ले को जबरन भगवा रंग में रंगवाए जाने के फैसले पर भी सवाल उठाए और इसे गलत करार दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही राजस्थान में लोकतंत्र का गला घोंट रही हैं.
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