Abbas Ansari News: मुख्तार अंसारी के बेटे और सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी के मामले में नाकाम पुलिस को अदालत से राहत मिली है. पुलिस की अर्जी पर एमपी एमएलए कोर्ट ने अब्बास को कोर्ट में पेश करने की तारीख बढ़ा दी है. इससे पहले लखनऊ की महानगर पुलिस को 27 जुलाई तक अब्बास को पकड़कर कोर्ट में पेश करने का आदेश  था. अब एमपी एमएलए कोर्ट ने महानगर पुलिस को 10 अगस्त तक का समय दिया है. कोर्ट के आदेश के बाद अब पुलिस को 10 अगस्त तक अब्बास को पकड़कर एमपी एमएलए कोर्ट में पेश करना होगा.


अब्बास अंसारी की तलाश में पुलिस की  8 और टीमें लगाई गई हैं.लखनऊ कमिश्नरेट के साथ ही मऊ गाजीपुर आजमगढ़ समेत कई जनपदों की पुलिस अब्बास को पकड़ने के लिए लगाई गई है.  एसटीएफ की 2 टीमें भी अब्बास की तलाश कर रही है. यूपी के कई शहरों में पुलिस टीमों की ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है.


अब्बास का पता लगाने के लिए रिश्तेदारों और करीबियों से पुलिस पूछताछ कर रही है . अब्बास अंसारी के सभी मोबाइल नंबर लगातार स्विच ऑफ बताए जा रहे हैं.  पुलिस ने अब्बास के साथ ही उसके करीबियों के मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर लगा दिए हैं.


अंसारी ने दाखिल की अग्रिम जमानत याचिका
वहीं बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने हथियार लाइसेंस मामले में यहां विशेष एमपी-एमएलए अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की. विशेष न्यायाधीश हरवंश नारायण ने याचिका पर सुनवाई के लिए दो अगस्त की तारीख निर्धारित की. इससे पहले एमपी-एमएलए अदालत के विशेष मजिस्ट्रेट ने अब्बास के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था और महानगर पुलिस थाने के निरीक्षक को उसे गिरफ्तार कर 27 जुलाई तक अदालत के समक्ष पेश करने का निर्देश दिया था.


गिरफ्तारी से बचने के लिए अब्बास ने विशेष अदालत का रुख किया. तत्कालीन महानगर थाना प्रभारी अशोक सिंह ने 12 अक्टूबर 2019 को अब्बास अंसारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी.


प्राथमिकी में आरोप लगाया गया था कि अब्बास ने लखनऊ से बंदूक का लाइसेंस प्राप्त किया था और बाद में उसने इसे दिल्ली स्थानांतरित कर दिया, जहां उसने बदले हुए पते पर यह कहते हुए कई हथियार खरीदे कि वह एक प्रसिद्ध शूटर है. वर्तमान में अब्बास अंसारी मऊ विधानसभा क्षेत्र से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक हैं.


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