Abbas Ansari News: कार और मोबाइल समेत अब्बास अंसारी और निकहत की मुलाकात मामले में इतने पैसे बरामद, कई गिरफ्तार
Nikhat Ansari News: पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनके कब्जे से पुलिस ने लगभग छह लाख की नकदी, कार व दो मोबाइल बरामद किए हैं. मामले में अब तक कुल आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं.
Chitrakoot News: उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जेल में विधायक अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) और उसकी पत्नी निकहत की गैर कानूनी ढंग से मुलाकात मामले में पुलिस ने जेल अधिकारियों के आवास से करीब छह लाख रुपये की नकदी, एक कार और दो मोबाइल फोन बरामद किया है. पुलिस ने इसकी जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि इस मामले में अब तक जेल अधीक्षक और जेलर समेत कुल आठ व्यक्ति जेल जा चुके हैं.
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि चित्रकूट जेल में बंद विधायक अब्बास अंसारी और उसकी पत्नी निकहत बानो की गैरकानूनी तरीके से जेल में मुलाकात के पीछे मोटी रकम व महंगे उपहार का लालच ही सबसे बड़ा कारण रहा. उन्होंने बताया कि जेल में रहने के दौरान अब्बास को जेल अधीक्षक, जेलर, डिप्टी जेलर व वार्डन का पूरा सहयोग मिलता रहा. उन्होंने बताया कि सोमवार को जेल अधीक्षक अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार और वार्डन जगमोहन का चिकित्सीय जांच कराकर पुलिस ने लखनऊ रवाना किया, जहां तीनों को भ्रष्टाचार निवारण अदालत में पेश किया गया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनके कब्जे से पुलिस ने लगभग छह लाख की नकदी, कार व दो मोबाइल बरामद किए हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिला जेल में लगभग दो माह से चल रहे गैरकानूनी कार्य के पीछे जेल अधीक्षक अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार तथा वार्डन जगमोहन सिंह (तीनों निलंबित) की ही मुख्य भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि अब तक की जांच में सामने आया कि रुपयों के लालच और विधायक अब्बास अंसारी के प्रभाव में आकर इन्होंने उसे जेल में पूरी छूट दी थी. बिना पर्ची उसकी पत्नी निकहत और वाहन चालक नियाज डिप्टी जेलर चंद्रकला के कमरे में मिलते थे.
अब तक कुल आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं
इस दौरान वार्डन जगमोहन सिंह जेल के अंदर और बाहर की व्यवस्था संभाला करता था. यही वार्डन कैंटीन चलाने वाले नवनीत सचान के घर से छह लाख रुपये लेकर आया और इन अधिकारियों को बांटा था. प्रकरण की जांच टीम ने जेल अधीक्षक के आवास से चार लाख व जेलर के आवास से एक लाख 80 हजार रुपये की नकदी के साथ एक कार व दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया, 'बरामद कार जेलर संतोष को उपहार में दी गई थी. इसकी एक किश्त का नकद भुगतान हुआ है, ऐसे में इस बात की आशंका है कि जो नकदी मिली है उसी से इसका भुगतान हुआ है.'
उन्होंने कहा, 'नकदी व तोहफे देने का सिलसिला कई बार चला है, जिसकी जानकारी ली जा रही है. अभी तक यह पता चला कि अंतिम बार सात फरवरी को छह लाख रुपये दिए गए थे.' एसपी के अनुसार, आगे की जांच अभी जारी है, कई और नाम सामने आ सकते हैं. इसमें जेल से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी भी होंगे. गौरतलब है, अब तक इस मामले में अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत बानो, वाहन चालक नियाज, सपा नेता फराज खान, कैंटीन चलाने वाला नवनीत सचान, डिप्टी जेलर चंद्रकला को पहले ही जेल भेजा जा चुका है और मामले में अब तक कुल आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं.