UP News: उत्तर प्रदेश के रामपुर (Rampur) की स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) में मंगलवार को समाजवादी पार्टी (SP) के नेता अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam) के दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले की सुनवाई हुई. अब्दुल्ला आजम ने कोर्ट में अपनी जन्मतिथि 30 सितंबर 1990 बताते हुए इस संबंध में गवाहों को पेश किया. साथ ही सबूत के तौर पर अब्दुल्ला आजम के वकीलों ने 16 दिसंबर 1990 को हुई उनके मामा की शादी का वीडियो फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट के साथ अदालत के सामने पेश किया.


जज के आदेश पर अदालत में ही 65 इंच के टीवी स्क्रीन पर वीडियो कैसेट को चलाया गया, जिसमें लगभग ढाई महीने के अब्दुल्ला आजम अपनी मां की गोद में दिखाई दे रहे थे. वीडियो में उनके बड़े भाई अदीब आजम भी अपने पिता आजम खान और मां तंजीन फातिमा के साथ दिखाई दे रहे हैं. उस शादी में शामिल रहे अब्दुल करीम खान, जो वीडियो में दिखाई दे रहे हैं उन्होंने अब्दुल्ला आजम के पक्ष में गवाही दी.


कोर्ट में चला शादी का वीडियो


अब्दुल करीम खान ने अदालत को बताया कि उस समय शादी में वह मौजूद थे और उन्होंने अब्दुल्ला आजम, उनके माता-पिता और भाई को भी देखा था. अदालत के सामने शादी की फिल्म चलाई गई और अब्दुल्ला आजम, उनके माता-पिता और भाई की पहचान कराई गई ताकि यह साबित हो सके कि अब्दुल्ला आजम 1990 में मौजूद थे और उस समय उनकी उम्र लगभग ढाई माह थी, इसलिए उनकी जन्म तिथि 30 सितंबर 1990 है.


एक वीडियो में लगभग चार साल के दिख रहे हैं अब्दुल्ला आजम


इसके बाद अब्दुल्ला आजम की तरफ से 1994 का एक और वीडियो फिल्म फॉरेंसिक लैब रिपोर्ट के साथ अदालत के सामने पेश की गई. इस फिल्म को भी अदालत में जज के आदेश पर चलाया गया. यह वीडियो फिल्म खुर्शीद इंटर कॉलेज में हुए जौहर डे के कार्यक्रम की बताई जाती है, जो 10 दिसंबर 1994 की है और इसमें भी अब्दुल्ला आजम अपने माता-पिता के साथ लगभग 4 साल के दिखाई दे रहे हैं.


कैमरामैन ने दी कोर्ट में गवाही


वीडियो फिल्म को कैमरामैन तस्लीम रजा ने रिकॉर्ड किया था. गवाह के रूप में अब्दुल्ला आजम की तरफ से वीडियो शूट करने वाले कैमरामैन रजा ने अपने बयान अदालत के सामने दर्ज कराए और उनके पक्ष में गवाही दी. दोनों वीडियो फिल्म को अब्दुल्ला आजम के वकीलों ने सबूत के तौर पर अदालत में पेश किया और वीडियो की सत्यता के लिए फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट भी दाखिल की है. इस दौरान अब्दुल्ला आजम भी कोर्ट में मौजूद रहे.


बीजेपी नेता ने भी की थी जन्म तिथि को लेकर शिकायत


अब्दुल्ला आजम की जन्म तिथि को लेकर विवाद उस समय शुरू हुआ था, जब साल 2017 में उन्होंने रामपुर की स्वार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और वह जीत गए थे. उनके प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी नवाब काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां ने उम्र को लेकर एक वाद दायर कर दिया था. उसके बाद अब्दुल्ला आजम के खिलाफ बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने भी जन्म तिथि को लेकर शिकत की थी.


सुप्रीम कोर्ट से नहीं मिली थी अब्दुल्ला आजम को राहत


इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अब्दुल्ला आजम के खिलाफ आई शिकायत के आधार पर 2017 के चुनाव को रद्द कर दिया था. इसके बाद अब्दुल्लाह आजम सुप्रीम कोर्ट गए थे लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली थी. अब निचली अदालत में इस केस की सुनवाई चल रही है, जहां गवाह और सबूत पेश किए जा रहे हैं. अब्दुल्ला आजम को उम्मीद है कि इन सबूतों के आधार पर वह अपनी जन्म तिथि 30 सितंबर 1990 को साबित कर पाएंगे और उन्हें अदालत से इंसाफ मिलेगा.


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